गौला, नंधौर व शारदा आदि में खनन सत्र समाप्त, एक महीने की मोहलत के लिए एमडी ने केंद्र को भेजा पत्र

असमंजस में शुरू हुआ खनन सत्र नदियों में माल बचने के साथ रविवार को खत्म हो गया। लॉकडाउन की वजह से बीच में चुगान बंद हो गया था।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 09:09 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 09:09 AM (IST)
गौला, नंधौर व शारदा आदि में खनन सत्र समाप्त, एक महीने की मोहलत के लिए एमडी ने केंद्र को भेजा पत्र
गौला, नंधौर व शारदा आदि में खनन सत्र समाप्त, एक महीने की मोहलत के लिए एमडी ने केंद्र को भेजा पत्र

हल्द्वानी, जेएनएन : असमंजस में शुरू हुआ खनन सत्र नदियों में माल बचने के साथ रविवार को खत्म हो गया। लॉकडाउन की वजह से बीच में चुगान बंद हो गया था। जिस वजह से गौला, नंधौर व शारदा नदी में करीब 11 लाख घनमीटर माल रह ही गया। फाइनल रिपोर्ट आज आएगी। वहीं, वन निगम के एमडी ने भारत सरकार को पत्र भेज बचा हुआ माल निकालने की अनुमति मांगी है। अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है।

गौला का पहले सर्वे होने के बाद साढ़े 18 लाख घनमीटर माल निकासी का आदेश जारी हुआ था। जिसके बाद खान विभाग ने सर्वे पर सवाल खड़े करते हुए दोबारा पैमाइश की थी। जिस पर 13.69 लाख उपखनिज निकालने की अनुमति और मिल गई। इस बीच लॉकडाउन शुरू हुआ तो संक्रमण के डर से नदियां भी बंद हो गई। करीब सवा माह बाद खनन शुरू हुआ। वन निगम द्वारा संचालित नदियों में निकासी की अनुमति अधिकतम 31 मई होती है।

ऐसे में रविवार शाम गौला समेत अन्य नदियों मेें चुगान बंद करवा दिया गया। गौला, नंधौर व शारदा से कुल 43 लाख 54 हजार घनमीटर माल निकलना था। मगर समय की कमी से शुक्रवार तक 31 लाख 90 हजार घनमीटर निकासी ही हो सकी। संभावना है कि करीब 11 लाख घनमीटर माल अभी इन तीन नदियों में पड़ा है। हालांकि, रविवार को छुट्टी की वजह से फाइनल रिपोर्ट नहीं बन सकी।

29 मई तक का आंकड़ा

नदी        लक्ष्य घनमीटर         निकला           राजस्व मिला

गौला       3216319                2338497        1183892243

नंधौर       6.94 लाख               604746         266345181

शारदा     4.44 लाख               247456          107766240

तीन नदियों से ज्यादा पिछले साल गौला ने दिए थे

लॉकडाउन ने सरकार के राजस्व को तगड़ा नुकसान पहुंचाया है। गौला, नंधौर व शारदा मिलाकर कुल एक अरब 55 करोड़ अस्सी लाख 3664 रुपये का राजस्व मिला। जबकि पिछले साल सिर्फ गौला ने ही एक अरब 79 करोड़ से ज्यादा का राजस्व दिया था। खनन सत्र बीच में बंद होने और फिर मजदूरों के संकट की वजह से भी काम प्रभावित हुआ।

7500 गाड़ी खड़ी, उपखनिज के दाम बढ़ेंगे

खनन सत्र में पूरा माल नहीं उठने के कारण अब उपखनिज के दाम बढऩे की संभावना है। गौला से हजारों लोगों का रोजगार जुड़ा है। अब साढ़े सात हजार वाहनों के पहिये भी थम चुके हैं।

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