Dev Deepawali 2021 : आज 51 हजार दीपों से रोशन होगा हल्द्वानी का मिनी स्टेडियम
Dev Deepawali 2021 दैनिक जागरण और धार्मिक संस्था हरि शरणम जन ने शुक्रवार को देव दीपावली के पावन पर्व पर शहर के मिनी स्टेडियम में दीप दान कार्यक्रम का आयोजन किया है। स्टेडियम में शाम छह बजे एक साथ 51 हजार दीप प्रज्वलित किए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Dev Deepawali 2021 : दैनिक जागरण और धार्मिक संस्था हरि शरणम जन ने शुक्रवार को देव दीपावली के पावन पर्व पर शहर के मिनी स्टेडियम में दीप दान कार्यक्रम का आयोजन किया है। स्टेडियम में शाम छह बजे एक साथ 51 हजार दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। इस आयोजन में सहभागिता के लिए शहर के सामाजिक संगठनों और सम्मानित नागरिकों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही रानीबाग के चित्रशिला घाट पर गौला नदी के तट पर श्री शनिदेवजी महाराज व नवग्रह मंदिर समिति के सहयोग से गंगा आरती का आयोजन होगा।
गौला के चित्रशिला धाम पर होगी गंगा आरती
श्री शनिदेवजी महाराज एवं नवग्रह मंदिर समिति के सहयोग से गार्गी यानी गौला नदी के रानीबाग स्थित चित्रशिला धाम पर शाम 5:30 बजे गंगा आरती होगी। समिति के संस्थापक अध्यक्ष हेमंत भैयू ने बताया कि इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। उन्होंने शहर के लोगों से इस आयोजन में भी शामिल होने का आग्रह किया है।
पर्व देता है जलधाराओं को बचाने का संदेश
पंडित नवीन चंद्र जोशी बताते हैं कि हमारे शास्त्रों में देव दीपावली का बहुत बड़ा महत्व है। काशी से विश्व को यह संदेश सदियों से मिलता आया है। इसी संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए इस पर्व को हर जगह मनाया जाना चाहिए। जनजागृति के लिए हर शहर में ऐसे आयोजन होने चाहिए। हल्द्वानी शहर में दैनिक जागरण और हरि शरणम जन की ओर से देव दीपावली पर्व पर आस्था के दीप जलाने का यह आयोजन एक पवित्र पहल है। शहर के लोगों को अपने बच्चों के साथ इस आयोजन में शामिल होना चाहिए, ताकि इस पवित्र पर्व से उनका जुड़ाव और मजबूत हो सके।
आप भी बनें सहभागी
दैनिक जागरण शहर के सम्मानित नागरिकों से अपील करता है कि देव दीपावली के पावन पर्व पर आप भी शाम छह बजे शहर के मिनी स्टेडियम पहुंचें और अपनी तरफ से कम से कम पांच दीये जलाकर आयोजन को दिव्य व भव्य स्वरूप प्रदान करें। आप सभी की छोटी पहल अगले साल इस आयोजन को और भव्य एवं दिव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए हमें प्रेरित करेगी।
यह भी है मान्यता
मान्यता है कि इस दिन ही भगवान विष्णु ने मत्स्यावतार के रूप में धरती की प्रलय से रक्षा की थी। वहीं दूसरी ओर भगवान शिव ने इस दिन त्रिपुरासुर नामक राक्षस का अंत कर देवताओं को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी। मान्यता यह भी है कि इसी उपलक्ष्य में इस दिन स्वयं देवता दीपावली का पर्व मनाते हैं।
नगरवासियों का सपरिवार आत्मिक स्वागत
हरिशरणम जन के प्रमुख स्वामी रामगोविन्द दास भाईजी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा अर्थात देव दीपावली के इस दिव्य दीपोत्सव में आप सभी नगरवासियों का सपरिवार आत्मिक स्वागत है। दीप दान में सम्मिलित होकर आप भी अमोघ पुण्य अर्जित करें। संस्थान के 150 कार्यकर्ता सुबह से ही दीपकों को लगाने का कार्य प्रारंभ कर देंगे। शाम को आचार्य नवीन जोशी के नेतृत्व में 11 विद्वत ब्राह्मण मंडली द्वारा ठीक छह बजे वैदिक मंत्रोच्चार किया जाएगा। उसी दौरान दीपोत्सव का श्रीगणेश भी होगा।
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