नैनीताल में पर्यटकों के लिए केव गार्डन खोला जाएगा, अब तक 57 लाख के नुकसान का अनुमान

कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से संचालित नैनीताल के दर्शनीय स्थलों में शुमार केव गार्डन को पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 06:36 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 06:36 PM (IST)
नैनीताल में पर्यटकों के लिए केव गार्डन खोला जाएगा, अब तक 57 लाख के नुकसान का अनुमान
नैनीताल में पर्यटकों के लिए केव गार्डन खोला जाएगा, अब तक 57 लाख के नुकसान का अनुमान

नैनीताल, जेएनएन : नैनीताल, जेएनएन : कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से संचालित नैनीताल के दर्शनीय स्थलों में शुमार केव गार्डन को पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है। निगम के जीएम रोहित मीणा की संस्तुति पर सोमवार से गार्डन सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा। कोरोना काल के चलते बंदी के कारण केव गार्डन को 75 लाख रुपए का नुकसान बताया जा रहा है। 13 जुलाई से गार्डन पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। 

कोरोना वायरस के चलते प्रभावी लॉकडाउन से पूर्व ही केएमवीएन के केव गार्डन को 19 मार्च को बंद कर दिया गया था। जिसके बाद यहां सैलानियों की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई थी। इधर लॉकडाउन के बाद अनलॉक प्रक्रिया के चलते सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत अब निगम ने केव गार्डन को खोलने का निर्णय लिया है। 

केव गार्डन की प्रभारी लता बिष्ट ने बताया कि सोमवार यानि 13 जुलाई से गार्डन पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बीच सेनेटाइजेशन के साथ ही मास्क तथा सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान दिया जाएगा। जबकि न्यूनतम संख्या में लोगों को प्रवेश दिया जाएगा। गाइडलाइन के तहत संचालन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।  निगम की ओर से फिलहाल रोप-वे का संचालन नहीं किया जाएगा। बात दें कि नैनादेवी मंदिर को भी एक जुलाई से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। 

पर्यटेकों को सेनेटाइजेशन के साथ मास्क और सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखना होगा। जबकि न्यूनतम संख्या में लोगों को प्रवेश दिया जाएगा। गाइडलाइन के तहत संचालन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। हालांकि निगम से फिलहाल रोप-वे का संचालन नहीं किया जाएगा।

क्या खास है केव गार्डन में केव गुफाओं का एक चेन है लिहाजा अंदर आपको तरह-तरह की वरायटी वाले पहाड़ और पत्थर मिलेंगे जिन्हें देखते वक्त आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि आखिर ये पहाड़ इस तरह से कैसे बने होंगे। गुफा के अंदर मौजूद कुछ जगहें तो इतनी छोटी हैं कि आपको रेंग कर जाना पड़ेगा। गुफाओं की इस चेन के अंदर कुल छह गुफाएं हैं जो छह अलग-अलग जानवरों के नाम पर हैं क्योंकि उन गुफाओं का स्ट्रक्चर उन जानवरों की आकृति से मिलता जुलता है। शाम के वक्त इस गार्डन में मौजूद म्यूजिकल फाउंटेन को जरूर देखें।

जाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप तंग जगहों से डरते हैं या फिर सांस से संबंधी किसी भी तरह की बीमारी से पीड़ित हैं तो ईको केव गार्डन की इन गुफाओं के अंदर अचानक न जाएं। यहां जाने से पहले अपनी सेहत का ध्यान रखें। गुफा के अंदर जाने से पहले थोड़ी टाइट-फिटिंग वाले कपड़े पहनें ताकि आपके हाथ और पैर कहीं किसी चीज में फंस न जाएं। अगर आप अस्थमा से पीड़ित हैं तो अपना इन्हेलर साथ ले जाना न भूलें।

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