गंगा किनारे गंदगी करने वालों के खिलाफ होगी वैधानिक कार्रवार्इ
पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने सभी को गंगा को स्वच्छ रखने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि जो गंगा किनारे गंदगी फैलाएगा उसपर वैधानिक कार्रवार्इ की जाएगी।
हरिद्वार, [जेएनएन]: पेयजल मंत्री प्रकाश पंत का कहना है कि गंगा को साफ करने के लिए हम सभी को एकसाथ जुटकर काम करना होगा। हम गंगा को बहुत मैला कर चुके हैं। इसलिए हमे गंगा को साफ रखने के लिए जागरूक करना होगा। साथ ही गंगा किनारे गंदगी करने वालों के खिलाफ वैधानिक कारवाई की बात भी कही।
एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत पहुंचे पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि 1981 में गंगाजल का परीक्षण किया गया था, जो चिंतित करने वाला था। उन्होंने कहा कि गंगा पतित पावनी हैं। लेकिन हमने उन्हें इतना मैला कर दिया कि उसमें कॉलीफार्म की मात्रा साढ़े पांच हजार से ज्यादा थी। उन्होंने बताया कि 1985 में गंगा एक्शन प्लान बना। लेकिन काम संतोषजनक नहीं रहा तो गंगा एक्शन प्लान एक और दो साल में बंद करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे योजना को शुरू कर धरातल पर काम शुरू कराया। लेकिन बगैर समाज के जागरूकता के बदलाव संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि गंगा को साफ रखने के लिए गंगा किनारे बसने वाले गांवों को गंगा ग्राम का दर्जा दिया गया है। राज्य में 132 गांव शामिल हैं। गंगा किनारे ढाई हजार किलोमीटर के दायरे में गंगा सफाई अभियान चलाया गया है।गंगा किनारे घाट और श्मशानघाट बन रहे हैं।
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