Move to Jagran APP

केदारपुरी में पत्थर बिछाने कई प्रांतों से आएंगे कारीगर

केदारपुरी में पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल पैदल मार्ग पर पहाड़ी शैली के पत्थर बिछाने का कार्य शुरू हो गया है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 09 Mar 2018 10:06 PM (IST)Updated: Sun, 11 Mar 2018 08:39 AM (IST)
केदारपुरी में पत्थर बिछाने कई प्रांतों से आएंगे कारीगर
केदारपुरी में पत्थर बिछाने कई प्रांतों से आएंगे कारीगर

रुद्रप्रयाग, [बृजेश भट्ट]: केदारपुरी में प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल पैदल मार्ग पर पहाड़ी शैली के पत्थर (पठाली) बिछाने का कार्य शुरू हो गया है। मंदिर के ठीक सामने पैदल मार्ग और मंदिर के चबूतरे पर 40 हजार पठाली बिछाई जानी हैं। इसके लिए बड़ी संख्या में कारीगरों की जरूरत पड़ेगी, ताकि कपाट खुलने से पूर्व कार्य पूर्ण हो जाए। इसी को ध्यान में रख जिला प्रशासन ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान व मध्य प्रदेश के कारीगरों को निमंत्रण भेजा है। वहीं, आगामी यात्रा सीजन में यात्रियों के लिए एक नया एप तैयार करने पर भी मंथन चल रहा है।

loksabha election banner

बीते वर्ष 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारपुरी में 700 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया था। साथ ही पुनर्निर्माण कार्यों को समय से पूर्ण करने के भी निर्देश दिए थे। इसी के मद्देनजर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह के साथ ही डीएम मंगेश घिल्डियाल भी कई बार केदारपुरी पहुंचकर पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा ले चुके हैं।

शुक्रवार को डीएम घिल्डियाल ने बताया कि केदारपुरी में पैदल मार्ग व मंदिर के चबूतरे समेत अन्य स्थानों पर पहाड़ी शैली के 40 हजार पत्थर बिछाए जाने हैं। इन्हें काटने के लिए 25-25 क्विंटल वजनी छह मशीनें केदारपुरी पहुंचाई जा चुकी हैं। कङ्क्षटग के बाद इन पत्थरों को तराशकर धाम में बिछाया जाएगा। लेकिन, इसके लिए बड़ी संख्या में कारीगरों की जरूरत है। सो, प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों से ऐसे कारीगरों को केदारनाथ आने का निमंत्रण भेजा गया है, जो पत्थर बिछाने में निपुण हों। 

बताया कि ऐसे कारीगर रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं। उन्हें तय मजदूरी के आधार पर ही भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा यात्रा के लिए एक नया एप भी तैयार किया जा रहा है। इस एप में यात्रियों के लिए तमाम जानकारियां उपलब्ध होंगी। इसके पीछे ध्येय यह है कि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

यह भी पढ़ें: केदारपुरी में भवन आवंटन न होने से तीर्थ पुरोहित नाराज, सीएम को लिखा पत्र

यह भी पढ़ें: मोदी की मंशा के अनुरूप ढलने लगी केदारपुरी 

यह भी पढ़ें: केदारनाथ में निर्माणाधीन पावर प्रोजेक्ट की जांच के निर्देश


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.