हाथियों के आतंक से ग्रामीणों को राहत, अब गुलदार बन रहे आफत

सिंगल सोलर फेंसिंग करके वन विभाग ने किसी तरह से हाथियों पर तो अंकुश लगा दिया है। अब गुलदार के हमलों से हरिद्वार में दहशत है।

By BhanuEdited By: Publish:Mon, 13 Jan 2020 01:27 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jan 2020 01:27 PM (IST)
हाथियों के आतंक से ग्रामीणों को राहत, अब गुलदार बन रहे आफत
हाथियों के आतंक से ग्रामीणों को राहत, अब गुलदार बन रहे आफत

हरिद्वार, जेएनएन। सिंगल सोलर फेंसिंग करके वन विभाग ने किसी तरह से हाथियों पर तो अंकुश लगा दिया है। अब गुलदार के हमलों से हरिद्वार में दहशत है। गुलदारों के बढ़ते हमलों के चलते लोगों में वन विभाग के खिलाफ रोष भी पनप रहा है।

राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों से सटी आबादी में पहले हाथियों का आतंक मचा हुआ था। हाथी जंगल से निकलकर आए दिन भेल क्षेत्र में पहुंचकर जमकर उत्पात मचा रहे थे। कई लोगों पर हाथियों ने हमला कर उन्हें मौत के घाट भी उतार दिया था। इसके चलते हरकत में आए वन विभाग ने सिंगल सोलर फेंसिंग कर हाथियों पर अंकुश लगा दिया है। इसके चलते करीब ढाई माह से भेल क्षेत्र के लोगों को हाथियों के आतंक से राहत मिली हुई है।

अब गुलदारों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। गुलदार जंगल से निकलकर लोगों पर हमला कर रहे हैं। दो लोगों को गुलदार ने निवाला बना लिया है तो एक घायल किसान एम्स ऋषिकेश में मौत से जूझ रहा है। भेल समेत सुभाषनगर आदि क्षेत्रों में गुलदार के दिखने से लोग रात में घरों से निकलने से डर रहे हैं। 

वहीं, वन विभाग के लिए अब गुलदार जी का जंजाल बन चुका है। उधर, डीएफओ आकाश कुमार वर्मा का कहना है कि गुलदार पर नजर रखने के लिए विशेष टीमों का गठन कर दिया गया है। इसके अलावा भी गुलदारों को रोकने के लिए अन्य उपायों पर विचार किया जा रहा है।

गाय पर गुलदार के हमले की चर्चा

गाय पर गुलदार के हमले से मौत होने चर्चा से लोगों में एक बार फिर से दहशत है, हालांकि बाद में जांच कर गाय की पुराने घावों के चलते मौत होने की पुष्टि की बात वन विभाग ने कही। हालांकि पीएम रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।  

भेल क्षेत्र के सेक्टर पांच में रात में एक मजदूर को गुलदार ने हमला करके मौत के घाट उतार दिया था। जिससे मजदूर की मौत हो गई थी। गुलदार के तीसरे हमले से लोगों में दहशत का माहौल मचा हुआ है। रविवार को भी रानीपुर कोतवाली के पास टिहरी विस्थापित कॉलोनी के निकट एक गाय मृत हालत में पड़ी हुई मिली। गाय के शरीर पर घाव के निशान थे। 

वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। लोगों ने गाय को पीएम के लिए पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वन दारोगा ओपी सिंह ने बताया कि गाय की मौत गुलदार के हमले से नहीं, बल्कि उसके शरीर पर पुराने घाव होने से हुई है। गुलदार से निपटने को डीपीएस ने बढ़ाई सुरक्षा

दिल्ली पब्लिक स्कूल ने भेल क्षेत्र में गुलदार की सक्रियता के मद्देनजर स्कूल की सुरक्षा बढ़ा दी है। जिससे कोई भी अप्रिय घटना न हो सके। प्रधानाचार्य अनुपम जग्गा ने बताया कि विद्यालय प्रशासन निरंतर वन विभाग व भेल प्रशासन के संपर्क में है। जिससे गुलदार से निपटा जा सका। 

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सुरक्षा की दृष्टि से कुछ पेड़ों का कटान भी किया गया है। साथ ही विद्यालय परिसर में 24 घंटे के लिए गार्ड व गनमैन भी तैनात किए गये हैं। विद्यालय परिसर में तीन ङ्क्षपजरे लगाये गये हैं। सीसीटीवी कैमरे से विद्यालय परिसर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। विद्यालय की सभी झाडिय़ों को साफ कर दिया गया है। इससे गुलदार को छिपने की जगह न मिल सके। वहीं, कक्षा आठ तक के बच्चों का शीतकालीन अवकाश बढ़ाकर 15 जनवरी कर दिया गया है।

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