सबसे बड़ा धर्म है मानव सेवा : स्वामी डॉ. उमाकांतानंद

संवाद सहयोगी, हरिद्वार : समाजसेवी स्व. श्रवण गिरि की पुण्य स्मृति में स्थापित संस्था श्रवण सेवा शोध स

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 May 2018 08:21 PM (IST) Updated:Sun, 20 May 2018 08:21 PM (IST)
सबसे बड़ा धर्म है मानव सेवा : स्वामी डॉ. उमाकांतानंद
सबसे बड़ा धर्म है मानव सेवा : स्वामी डॉ. उमाकांतानंद

संवाद सहयोगी, हरिद्वार : समाजसेवी स्व. श्रवण गिरि की पुण्य स्मृति में स्थापित संस्था श्रवण सेवा शोध संस्थान के तत्वावधान में श्री विश्नोई आश्रम भीमगोड़ा, हरिद्वार में निश्शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शुभारंभ जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. उमाकान्तानंद सरस्वती महाराज, मॉरीशस के प्रथम प्रधानमंत्री के निजी सचिव सुरेश राम बर्न और महंत प्रणवानन्द महाराज ने स्व. श्रवण गिरि के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित कर व दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर महामण्डलेश्वर स्वामी डॉ. उमाकांतानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि सभी धर्मो में सबसे बड़ा धर्म मानव सेवा है। मॉरीशस से पधारे प्रथम प्रधानमंत्री के निजी सचिव सुरेशराम बर्न ने कहा कि हमें अपने कार्य व समाज के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। विश्नाई आश्रम के महंत प्रणवानन्द महाराज ने कहा कि हमें आपसी राग, द्वेष को समाप्त कर मानव जीवन के कल्याण के लिये कार्य करने चाहिए। इस मौके पर श्रवण सेवा एवं शोध संस्थान के अध्यक्ष डॉ. अशोक गिरि ने निशुल्क चिकित्सा शिविर में पधारे सभी संत-महंतजन, डॉक्टरों व उनकी टीम को शॉल व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। शिविर में योग माता, पायलट बाबा, मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर एनके राणा, डॉ अनुज पाल, डॉ संजय कपूर, डॉ. रूपा, राजीव शर्मा आदि मौजूद रहे।

इस अवसर पर मानव अधिकार संरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजी. मधुसूदन अग्रवाल, नेहा मलिक, श्रीमती रानी राम बर्न, नीरज मलिक, बिजनौरी महासभा के अध्यक्ष बलराम ¨सह चौहान आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी