कब्जाधारियों के आगे बेबस विभाग

By Edited By: Publish:Sat, 20 Sep 2014 07:07 PM (IST) Updated:Sat, 20 Sep 2014 07:07 PM (IST)
कब्जाधारियों के आगे बेबस विभाग

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: हरिद्वार रेंज की पथरी बीट के जंगलों में झोपड़ी बनाकर रह रहे गंगदासपुर व शेरपुरबेला के ग्रामीणों के सामने वन विभाग फिर नतमस्तक है। वन विभाग के कर्मचारी कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए केवल कब्जाधारियों को नोटिस थमा देते हैं। बीते शुक्रवार को भी वन विभाग के डिप्टी रेंज अधिकारी एक नोटिस कब्जाधारियों को देकर आ गए, लेकिन कब्जा नहीं हटाया। वहीं प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार गंगदासपुर व शेरपुरबेला में हालत सामान्य है।

बीते वर्ष जून में आई आपदा के दौरान लक्सर तहसील क्षेत्र के शेरपुरबेला व गंगदासपुर में बाढ़ की स्थिति पैदा हुई थी। गांवों के आस-पास जल भराव होने से करीब 200 परिवारों ने हरिद्वार वन प्रभाग के पथरी क्षेत्र के जंगलों में शरण ली। इसके बाद ये ग्रामीण यहीं झोपड़ी बनाकर रहने लगे। आपदा के दौरान प्रमुख वन संरक्षक ने मानसून खत्म होने तक इन प्रभावित ग्रामीणों को पथरी के जंगलों में रहने देने के निर्देश दिए थे। प्रशासन की ओर बाढ़ सुरक्षा के कार्य भी करवाए गए। 2013 नवंबर में करीब 100 परिवार गांव वापस लौट गए। लेकिन, करीब 100 परिवार वन भूमि पर ही अभी कब्जा जमाए हुए हैं।

दिसंबर 2013 में गांव में बाढ़ का खतरा न होने तथा सुरक्षा इंतजाम कराने की प्रशासन की रिपोर्ट के बाद भी ये ग्रामीण गांव में लौटने को तैयार नहीं हुए। वहीं कब्जा हटाने के लिए वन विभाग ने भी अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं की है। वन विभाग इन्हें केवल नोटिस देता चला आ रहा है। यह प्रक्रिया पिछले एक साल से चली आ रही है। शुक्रवार को भी वन विभाग के डिप्टी रेंज अधिकारी कब्जाधारियों को नोटिस थमा कर आए। लेकिन, कब्जे को हटाने की कार्रवाई नहीं की।

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कब्जा हटाने के लिए अंतिम नोटिस दे दिया गया है। अगर तय समय सीमा पर ग्रामीणों ने वन भूमि से अपना कब्जा नहीं हटाया तो वन विभाग सुरक्षा बल के साथ अवैध कब्जा हटवाएगा।

मान सिंह, रेंज अधिकारी, हरिद्वार

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