देश के लिए मर मिटने का जज्बा उत्तराखंडि‍यों की रगों में दौड़ता: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लिये मर मिटने का जज्बा उत्तराखंडि‍यों की रगों में दौड़ता है। देश की अखंडता के लिये जब-जब जरूरत पड़ी प्रदेश के वीर अग्रणी भूमिका में रहे।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 16 Dec 2019 02:35 PM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 02:35 PM (IST)
देश के लिए मर मिटने का जज्बा उत्तराखंडि‍यों की रगों में दौड़ता: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत
देश के लिए मर मिटने का जज्बा उत्तराखंडि‍यों की रगों में दौड़ता: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत

देहरादून, जेएनएन। विजय दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पूर्व सैनिकों व वीर नारियों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि सैनिकों व उनके आश्रितों को हर संभव मदद दी जाए। 

गांधी पार्क में पूर्व सैनिकों, वीर नारियों व उनके परिजनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारत की तीनों सेनाओं के आपसी सामंजस्य से पाकिस्तान के 90 हजार से अधिक सैनिकों को 13 दिन के युद्ध के बाद घुटने टेकने को विवश कर दिया था। उन्होंने कहा कि देश की आजादी से पहले व बाद में हुए हर युद्ध में उत्तराखंडी वीरों की अहम भूमिका रही है। देश की एकता, अखंडता व सरहदों की रक्षा के लिए सैनिकों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर किया है। यही वजह कि अब तक एक परमवीर चक्र, छह अशोक चक्र, 100 वीर चक्र व 1262 अन्य वीरता पदक उत्तराखंड के हिस्से में आए है। 

रावत ने कहा कि राष्ट्रवाद और पर्यावरण के प्रति प्रदेश के बाशिंदे काफी जागरूक है। उत्तराखंड के लोगों की रगों में देशभक्ति है। उन्होंने कहा कि सैनिक परिवारों के लिए जितना भी किया जाए कम है। इस अवसर पर सीएम ने पूर्व सैनिकों व वीर नारियों को स्मृति चिह्न व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। महापौर सुनील उनियाल गामा, राजपुर रोड विधायक खजानदास, सचिव सैनिक कल्याण राधा रतूड़ी, रिटायर्ड वाइस एडमिरल एचसीएस बिष्ट, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर केबी चंद, उपनल के एमडी ब्रिगेडियर पीपीएस पाहवा, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल डीके कौशिक समेत कई लोगों ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। 

राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर दी श्रद्धांजलि 

विजय दिवस पर मसूरी विधायक गणेश जोशी ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धाजंलि दी। उन्होंने कहा कि 1971 के भारत-पाक युद्ध में 567 वीर सपूतों ने अपनी जान देश के लिए न्यौछावर की, जिसमें लगभग आधे जवान वीरभूमि उत्तराखंड से थे। विधायक ने कहा कि वह समाज हमेशा तरक्की करता है जो अपने शहीदों की यादों को आने वाली पीढि़यों के लिए संजोता है। 

चीड़बाग वॉर मेमोरियल भी पहुंचे पूर्व सैनिक 

प्रेमनगर, केहरी गांव व आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले पूर्व सैनिकों व उनके परिवार के लोगों ने विजय दिवस पर गढ़ी कैंट-चीड़बाग में बन रहे वॉर मेमोरियल पर पुष्प अर्पित कर वर्ष 1971 के शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। वॉर मेमोरियल का निर्माण पूरा नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि दो साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी वॉर मेमोरियल का निर्माण कार्य अधूरा है। उन्होंने केंद्र सरकार व रक्षा मंत्रालय से मांग की है कि यह कार्य जल्द पूरा कराया जाए। श्रद्धांजलि देने वालों में रिटायर सुबेदार मेजर तीरथ सिंह रावत, सुबेदार मेजर एमपीएस राठौर, सरिता राणा, सीमा रावत, सुशीला नेगी आदि मौजूद रहे। 

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सैन्य पराक्रम को किया सलाम

उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) कार्यकर्ताओं ने भी विजय दिवस पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। दल के केंद्रीय प्रवक्ता सुनील ध्यानी ने कहा कि आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। वर्ष 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध के बाद इसी दिन बांग्लादेश का जन्म हुआ था। उधर, नेताजी संघर्ष समिति से जुड़े कार्यकताओं ने भी वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि देने वालों में अरविंद गुप्ता, आरिफ वारसी, प्रवीण वर्मा, प्रभात डंडरियाल, प्रदीप कुकरेती, सुशील विरमानी, नवनीत गुसाई, विपुल नौटियाल आदि शामिल रहे।

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