उत्तराखंड: एक सितंबर से नहीं खुलेंगे पांचवी तक के स्कूल, शिक्षा मंत्री बोले, बच्चों की सुरक्षा ज्यादा जरूरी

एक सितंबर से कक्षा एक से पांचवी तक के स्कूलों को नहीं खोला जाएगा। ये बात शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कही है। उनका कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा ज्यादा जरूरी है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Wed, 25 Aug 2021 01:06 PM (IST) Updated:Wed, 25 Aug 2021 08:36 PM (IST)
उत्तराखंड: एक सितंबर से नहीं खुलेंगे पांचवी तक के स्कूल, शिक्षा मंत्री बोले, बच्चों की सुरक्षा ज्यादा जरूरी
उत्तराखंड: सितंबर से नहीं खुलेंगे एक से पांचवी तक के स्कूल।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश में एक से पांचवीं तक स्कूलों को खोलने का सरकार का कोई इरादा नहीं है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि छोटे बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। प्रदेश सरकार इस मामले में केंद्र सरकार की स्पष्ट गाइडलाइन मिलने पर ही फैसला लेगी।

प्रदेश सरकार बीती दो अगस्त से नौवीं से 12वीं और 16 अगस्त से छठी से आठवीं कक्षाओं को शुरू कर चुकी है। सरकारी और निजी स्कूलों को खोलने के इस फैसले को अमल में लाने के लिए सरकार को कोविड-19 सुरक्षा को लेकर सख्त गाइडलाइन जारी करनी पड़ी है। साथ ही स्कूलों का नियमित मुआयना किया जा रहा है।

प्रदेश सरकार पर कक्षा एक से पांचवीं तक छोटे बच्चों के लिए भी स्कूलों को खोलने का दबाव पड़ रहा है। खासतौर पर निजी स्कूलों के संगठन इसे लेकर पैरवी कर रहे हैं। सरकार ने पिछले शैक्षिक सत्र से लेकर अभी तक कक्षा एक से पांचवीं तक कक्षाएं संचालित करने का फैसला नहीं लिया है। कोरोना की तीसरी लहर का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को ही बताया जा रहा है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में प्राथमिक कक्षाओं का संचालन करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार और अभिभावक दोनों ही बच्चों के लिए खतरा मोल नहीं ले सकते। ऐसे में सरकार इन कक्षाओं के संचालन को लेकर जल्दबाजी में फैसला नहीं लेगी।

आपको बता दें कि उत्तराखंड में करीब चार माह बाद 16 अगस्त को छठी से आठवीं कक्षा के लिए स्कूल दोबारा खोले गए। स्कूलों में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के नियमों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। मुख्य द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग और हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही छात्रों और स्टाफ को प्रवेश दिया जा रहा। साथ ही शारीरिक दूरी का भी ख्याल रख रहे हैं। प्रार्थना, खेल, एमडीएम समेत अन्य सामूहिक आयोजनों पर रोक है। छुट्टी के दौरान शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए भी अलग व्यवस्था की गई।

इसके तहत छठी से आठवीं तक के छात्रों की छुट्टी दोपहर 12 से एक बजे के बीच और नौवीं से 12वीं तक के छात्रों की छुट्टी दो से तीन बजे के बीच की गई। वहीं, नौवीं से 12वीं कक्षा तक की भौतिक पढ़ाई स्कूलों में दो अगस्त से ही शुरू हो चुकी है।

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