पंचायत प्रतिनिधियों की शपथ होगी 27, 29 नवंबर व एक दिसंबर को

ग्राम पंचायतों में 27 नवंबर क्षेत्र पंचायतों में 29 नवंबर और जिला पंचायतों में एक दिसंबर को नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि शपथ ग्रहण करेंगे।

By Edited By: Publish:Mon, 25 Nov 2019 08:40 PM (IST) Updated:Tue, 26 Nov 2019 10:55 AM (IST)
पंचायत प्रतिनिधियों की शपथ होगी 27, 29 नवंबर व एक दिसंबर को
पंचायत प्रतिनिधियों की शपथ होगी 27, 29 नवंबर व एक दिसंबर को

देहरादून, राज्य ब्यूरो। हरिद्वार को छोड़ राज्य के शेष 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायतों के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण और पंचायत की पहली बैठक की तिथियां घोषित कर दी गई हैं। ग्राम पंचायतों में 27 नवंबर, क्षेत्र पंचायतों में 29 नवंबर और जिला पंचायतों में एक दिसंबर को नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि शपथ ग्रहण करेंगे। शपथ ग्रहण के अगले दिन सभी पंचायतों में पहली बैठकें होंगी और इसी दिन से उनका पांच साल का कार्यकाल शुरू होगा।

12 जिलों के 89 विकासखंडों में 7485 ग्राम पंचायतों, 89 क्षेत्र पंचायतों और 12 जिला पंचायतों में पांच, 11 व 16 अक्टूबर को चुनाव हुए थे। इसके नतीजे 22 अक्टूबर को घोषित हुए। इसके बाद छह नवंबर को क्षेत्र पंचायतों में प्रमुख, ज्येष्ठ व कनिष्ठ उपप्रमुख और जिला पंचायतों में सात नवंबर को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव हुए। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों की सूचना भेजे जाने के बावजूद पंचायत प्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण व बैठकों के कार्यक्रम तय नहीं हो पाए थे।

अब मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद शासन ने यह कार्यक्रम जारी कर दिया है। सचिव पंचायतीराज डॉ.रंजीत कुमार सिन्हा की ओर से इस बारे सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया है। इसके मुताबिक 27 नवंबर को ग्राम पंचायतों में प्रधान व सदस्य शपथ लेंगे और 28 नवंबर को ग्राम पंचायतों की पहली बैठक होगी। इसी प्रकार क्षेत्र पंचायतों में 29 नवंबर को शपथ ग्रहण व 30 नवंबर को पहली बैठक और जिला पंचायतों में एक दिसंबर को शपथ ग्रहण व दो दिसंबर को पहली बैठक होगी।

यह भी पढ़ें: महाराष्‍ट्र प्रकरण पर रीता बहुगुणा जोशी ने शिवसेना को लिया आड़े हाथ

रिक्त पदों पर उपचुनाव 25 दिसंबर तक

12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायतों में रिक्त चल रहे 30797 पदों पर उपचुनाव के लिए भी कसरत तेज हो गई है। इनमें ग्राम पंचायत सदस्यों के 30663, ग्राम प्रधानों के 124 व क्षेत्र पंचायत सदस्यों के 10 पद शामिल हैं। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से उपचुनाव का प्रस्तावित कार्यक्रम मिलने के बाद शासन स्तर पर इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो 25 दिसंबर तक उपचुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे। इसके लिए आरक्षण में कोई बदलाव नहीं होगा। सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को उपचुनाव के कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बोले, रुड़की में वोट भाजपा को ही पड़ा

chat bot
आपका साथी