निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्रालय मिलने से उत्तराखंड की हसरतों को लगे नए पंख

मोदी सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी ने उत्तराखंड की दबी हसरतों को नए पंख लगा दिए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 01 Jun 2019 09:50 AM (IST) Updated:Sat, 01 Jun 2019 09:50 AM (IST)
निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्रालय मिलने से उत्तराखंड की हसरतों को लगे नए पंख
निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्रालय मिलने से उत्तराखंड की हसरतों को लगे नए पंख

देहरादून, रविंद्र बड़थ्वाल। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी ने उत्तराखंड की दबी हसरतों को नए पंख लगा दिए हैं। प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के स्तर में सुधार और गुणवत्ता को लेकर उत्तराखंड की उम्मीदें जगी हैं। साथ में राज्य को उच्च और तकनीकी शिक्षा के हब के तौर पर विकसित करने की सरकार की मंशा पूरी होने की संभावनाओं को बल मिलता दिख रहा है। यही नहीं श्रीनगर स्थित एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय में नए कुलपति की नियुक्ति समेत मौजूदा परेशानी और एनआइटी अन्यत्र शिफ्टिंग विवाद के समाधान की नई उम्मीदें बंधी हैं। 

पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक उत्तराखंड में उच्च शिक्षा का प्रभार भी संभाल चुके हैं। ऐेसे में वह उच्च शिक्षा के साथ ही प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के साथ ही तकनीकी शिक्षा के विकास में पेश आ रही बाधाओं से बखूबी वाकिफ हैं।  वर्तमान में श्रीनगर स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति, फैकल्टी की संख्या और क्षमता में वृद्धि के साथ ही एनआइटी विवाद राज्य के लिए खासा सिरदर्द बने हैं। उक्त दोनों ही मामलों के समाधान में एमएचआरडी की अहम भूमिका है। निशंक पर्वतीय पृष्ठभूमि से हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि वह उक्त दोनों की मामलों का सार्थक हल ढूंढ सकते हैं। 

सौ से अधिक सरकारी डिग्री कॉलेज और एक दर्जन से ज्यादा राज्य विश्वविद्यालय ढांचागत सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। राज्य अपने बेहद सीमित संसाधनों की वजह से उच्च शिक्षा में सुधार नहीं कर पा रहा है। एमएचआरडी के जरिये राज्य में उच्च शिक्षा की कड़ी मॉनीटङ्क्षरग और राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के माध्यम से ढांचागत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अधिक वित्तीय मदद मिलने की उम्मीदें जगी हैं। उच्च शिक्षा के साथ ही तकनीकी शिक्षा में हब बनने की उत्तराखंड में संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में निजी पूंजी निवेश होने के बावजूद शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर नहीं हो पा रही हैं। शिक्षा का हब बनने को राज्य की आर्थिकी के लिहाज से अहम माना जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से नजदीकी, सड़क, रेल, हवाई कनेक्टिविटी में सुधार के बूते उत्तराखंड जल्द ही एजुकेशन हब के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकता है। 

प्राथमिक से लेकर माध्यमिक तक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और इसके लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार करने का जिम्मा एनसीईआरटी ने अपने हाथों में लिया है। उत्तराखंड एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम और पुस्तकों को लागू कर चुका है। ऐसे में भविष्य में एमएचआरडी की मदद से राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार की उम्मीदें जताई जा रही हैं। विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों का मसला तकरीबन सुलझ चुका है। एमएचआरडी के जरिये इस संबंध में जल्द आदेश जारी किए जाने की प्रतीक्षा है। उत्तराखंड के कोटे में यह पद आने से इस समस्या के जल्द समाधान के आसार बन गए हैं। 

जिम्मेदारी संभालते ही काम में जुटे निशंक

मानव संसाधन विकास मंत्रालय की शुक्रवार को जिम्मेदारी संभालते ही कैबिनेट मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक कामकाज में जुट गए हैं। पहले दिन उन्होंने यूजीसी के अलावा मध्याह्न भोजन योजना (मिड-डे-मील) समेत मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश के विकास के लिए वह जी-जान से हरसंभव प्रयास करेंगे।

कैबिनेट मंत्री निशंक ने शुक्रवार को कार्यभार संभालने के साथ ही अधिकारियों से विभिन्न जानकारियां हासिल कीं। इससे पहले उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें गृहमंत्री के पदभार के लिए बधाई दी। साथ ही उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने उन पर भरोसा जताने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया।

दैनिक जागरण से बातचीत में निशंक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नव भारत के निर्माण का सपना पूरा होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर दायित्व मिलना उनके लिए गौरव की बात है। उन पर जो भरोसा जताया गया है, उस पर खरा उतरने के लिए वह जी-जान से हरसंभव प्रयास करेंगे।

उन्होंने कहा कि भारत का भाल कहे जाने वाले उत्तराखंड से प्रधानमंत्री मोदी का विशेष लगाव है। प्रदेश के विकास में केंद्र सरकार लगातार सहयोग देती आ रही है और अब इसमें और इजाफा होगा, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड उनका गृह राज्य है और वहां का चहुंमुखी विकास, उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक उन्नयन के साथ ही हरिद्वार को विश्व पटल पर लाना उनका पहले भी मकसद था और आज भी है। इसके लिए वह अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं आने देंगे।

योग्यता व अनुभव से शिक्षा को नया आयाम देंगे निशंक

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में रमेश पोखरियाल निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्री का दायित्व दिए जाने पर उन्हें बधाई दी है। उन्होंने निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय की जिम्मेदारी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि रमेश पोखरियाल निशंक अपनी योग्यता व अनुभव से शिक्षा को एक नया आयाम देंगे। उत्तराखंड को इसका विशेष लाभ मिलेगा।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं नैनीताल से सांसद अजय भट्ट ने कहा कि कैबिनेट मंत्री निशंक को मानव संसाधन जैसा अहम मंत्रालय दिया जाना उत्तराखंड के लिए सम्मान व गौरव की बात है। इससे देश में शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा मिलेगी। साथ ही उत्तराखंड के विकास और गति मिलेगी। उन्होंने कैबिनेट मंत्री निशंक को बधाई देने के साथ ही प्रधानमंत्री के प्रति भी आभार व्यक्त किया है।

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