उत्‍तराखंड में प्री-बोर्ड परीक्षा परिणाम ने बढ़ाई छात्रों की चिंता

प्री-बोर्ड परीक्षा के परिणामों ने बोर्ड परीक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। दरअसल निजी स्कूलों की ओर से आयोजित पहली प्री-बोर्ड परीक्षा में छात्रों का परिणाम पिछले वर्षों के मुकाबले बहुत बुरा रहा है। ऐसे में छात्र अभिभावक और स्कूल प्रशासन तीनों चिंतित हैं।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 05:20 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 05:20 AM (IST)
उत्‍तराखंड में प्री-बोर्ड परीक्षा परिणाम ने बढ़ाई छात्रों की चिंता
छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पढ़ाई पर ही निर्भर हैं, लेकिन यह व्यवस्था पूरी तरह से सफल साबित नहीं हुई।

जागरण संवाददाता, देहरादून : प्री-बोर्ड परीक्षा के परिणामों ने बोर्ड परीक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, निजी स्कूलों की ओर से आयोजित पहली प्री-बोर्ड परीक्षा में छात्रों का परिणाम पिछले वर्षों के मुकाबले बहुत बुरा रहा है। ऐसे में छात्र, अभिभावक और स्कूल प्रशासन तीनों चिंतित हैं।

कोरोना संक्रमण फैलने के बाद मार्च से स्कूल बंद हैं। छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पढ़ाई पर ही निर्भर हैं, लेकिन यह व्यवस्था पूरी तरह से सफल साबित नहीं हुई। छात्र, अभिभावक एवं शिक्षक तीनों ने ही माना है कि स्कूल में होने वाली पढ़ाई ही उचित तरीका है। हालांकि, प्रदेश सरकार के आदेश के बाद दो नवंबर से बोर्ड कक्षाओं के लिए जरूर स्कूल खोल दिए गए हैं। बावजूद इसके स्कूलों में छात्र संख्या बेहद कम है। इधर, दून के निजी स्कूलों ने पिछले महीने से प्री-बोर्ड परीक्षाएं शुरू कर दी हैं। परीक्षाओं के परिणाम आने के बाद से छात्र एवं स्कूलों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि परीक्षा के परिणाम बहुत अच्छे नहीं रहे। औसतन हर स्कूल का परिणाम पिछले सालों के मुकाबले 20 से 25 फीसद गिर गया है। ऑनलाइन पढ़ाई का यह रुझान स्कूलों पर चाहे प्रभाव डाले या नहीं, लेकिन बोर्ड के छात्रों के लिए यह सच में बड़ी चिंता का विषय है।

कई छात्रों ने नहीं दी परीक्षा

दून के शिक्षाविदों का कहना है कि कोरोनाकाल में स्कूल बंद होने के बाद से पढ़ाई को लेकर छात्र-छात्राओं की गंभीरता में कमी नजर आने लगी है। दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य बीके सिंह ने बताया कि प्रदेश में स्कूल खुलने के बाद भी स्कूलों में छात्र संख्या 20 फीसद से ज्यादा नहीं पहुंच रही। पहली प्री-बोर्ड परीक्षा में तो आधे से ज्यादा छात्र परीक्षा देने तक नहीं पहुंचे। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि जब छात्र बोर्ड से पहले अपना आकलन ही नहीं करेेंगे तो मुख्य परीक्षा में कैसे बेहतर स्कोर करेंगे।

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सरकारी स्कूलों में अब तक नहीं हुई परीक्षा

सीबीएसई एवं सीआइसीएसई बोर्ड के स्कूलों में जहां पहली प्री-बोर्ड परीक्षा होने के बाद परिणाम भी जारी हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में अभी प्री-बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कोई तैयारी नहीं दिख रही। सरकारी स्कूल परीक्षा करवाने के लिए शिक्षा निदेशालय की ओर से आदेश जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, कुछ अशासकीय स्कूल इसी महीने के अंत तक अपने स्तर से परीक्षाएं कराने जा रहे हैं। गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ज्योति प्रसाद जगूड़ी ने बताया कि इसी महीने के अंत तक उनका एवं कुछ अन्य अशासकीय स्कूल परीक्षा करवाने जा रहे हैं।

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