Year Ender 2021: सड़कों पर सरपट दौड़ने को तैयार शहरी विकास का ख्वाब

शहरी विकास का ख्वाब सड़कों पर सरपट दौड़ने को तैयार है। बीते साल ने शहरी विकास के हसीन ख्वाब को धरातल पर उतरने में मदद की। स्मार्ट सिटी की स्मार्ट रोड का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है और तमाम योजनाएं ऐसी हैं जिन्हें बीते साल में स्वीकृति मिली।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 31 Dec 2021 05:29 PM (IST) Updated:Fri, 31 Dec 2021 05:29 PM (IST)
Year Ender 2021: सड़कों पर सरपट दौड़ने को तैयार शहरी विकास का ख्वाब
शहरी विकास का ख्वाब सड़कों पर सरपट दौड़ने को तैयार है।

सुमन सेमवाल, देहरादून। Year Ender 2021 शहरी विकास का ख्वाब सड़कों पर सरपट दौड़ने को तैयार है। बीते साल ने शहरी विकास के हसीन ख्वाब को धरातल पर उतरने में बखूबी मदद की। स्मार्ट सिटी की स्मार्ट रोड का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है और तमाम योजनाएं ऐसी हैं, जिन्हें बीते साल में स्वीकृति मिलने में सफलता हासिल हुई। इस फेहरिस्त में लोनिवि, राष्ट्रीय राजमार्ग खंड व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की योजनाएं शामिल हैं। बीते साल में जो कसरत की गई है, उससे दिल्ली-दून राजमार्ग पर गणेशपुर से डाटकाली मंदिर तक एलिवेटेड रोड, बल्लूपुर से पांवटा साहिब तक सड़क चौड़ीकरण, हरिद्वार बाईपास रोड को फोर लेन करना, जोगीवाला चौक से सहस्रधारा रोड पर पैसिफिक गोल्फ एस्टेट तक चौड़ीकरण जैसे काम शामिल हैं। इसके अलावा बीते साल में बहुप्रतीक्षित भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज पर भी काम शुरू करा दिया गया है। इसके अलावा दून में ऐसा ख्वाब भी बुना गया, जिसके दम पर शहर के तमाम हिस्सों में पेयजल, सीवरेज व जल निकासी के कार्य वर्ष 2051 की आबादी के हिसाब से किए जाएंगे। जिन योजनाओं के दम पर दून में शहरी विकास को पंख लगेंगे, आइए उन पर एक नजर डालते हैं।

दून-पांवटा राजमार्ग को फोरलेन करने को टेंडर आमंत्रित

कोरोनाकाल में ढांचागत निर्माण की तमाम परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं। हालांकि, साल की समाप्ति पर योजनाओं पर छाया धुंधलका छटने लगा है। इस कड़ी में दून-पांवटा साहिब राजमार्ग का नाम भी शामिल हो गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने राजमार्ग को फोरलेन करने को टेंडर आमंत्रित कर दिए हैं। दून-पांवटा साहिब राजमार्ग को चौड़ा करने के लिए छह साल से कवायद चल रही है और अब नए साल पर इंतजार की घड़ी खत्म हो जाएगी। एनएचएआइ के अधिकारियों के मुताबिक करीब 1500 करोड़ रुपये की इस परियोजना को दो भाग में पूरा किया जाएगा। पहला भाग बल्लूपुर चौक से मेदनीपुर तक का है और दूसरा मेदनीपुर से पांवटा साहिब तक। चौड़ीकरण करीब 50 किमी भाग पर किया जाएगा। इससे सड़क की लंबाई में भी चार से पांच किमी तक की कमी आ जाएगी।

परियोजना पर ऐसे होगा काम

बल्लूपुर चौक से मेदनीपुर तक, 31 किमी मेदनीपुर से पांवटा साहिब तक, 19 किमी

शापिंग काम्पलेक्स व ग्रुप हाउसिंग में ईवी चार्जिंग स्टेशन जरूरी

शहर में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने के लिए पेट्रोल-डीजल की खपत करना भी जरूरी है। इसके लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) को अधिक से अधिक अपनाने की जरूरत है। विश्व के तमाम देश भी ईवी की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। अब उत्तराखंड की राजधानी दून में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने भी बड़ा कदम बढ़ाया। तय किया गया है कि विभिन्न शापिंग काम्पलेक्स व ग्रुप हाउसिंग में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ईवी चार्जिंग स्टेशन अनिवार्य होगा। क्योंकि वर्तमान में तमाम लोग इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग करने लगे हैं। मगर, इस दिशा में सबसे बड़ी मुश्किल चार्जिंग स्टेशन की आ रही है, क्योंकि जब तक चार्जिंग स्टेशन सुलभ नहीं होगा, तब तक बड़ा तबका इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में संकोच करेगा। लिहाजा, तय किया गया कि भविष्य में विभिन्न शापिंग काम्पलेक्स व ग्रुप हाउसिंग (बड़ी आवासीय परियोजना) के निर्माण का नक्शा तब स्वीकार किया जाएगा, जब उसमें ईवी चार्जिंग स्टेशन का प्रविधान होगा। लिहाजा, नए साल पर शहर में तमाम जगह ईवी चार्जिंग स्टेशन नजर आने लगेंगे।

2021 में तय किया गया 2051 की आबादी के संसाधनों का लक्ष्य

दून के विभिन्न हिस्सों में आबादी का ग्राफ दशकीय हिसाब से 30 से 35 फीसद तक बढ़ रहा है। आबादी में निरंतर इजाफा हो रहा है और लिहाजा मूलभूत सुविधाएं सिमट रही हैं। इसलिए, राज्य सरकार ने वर्ष 2051 तक की अतिरिक्त आबादी (करीब साढ़े पांच लाख) के लक्ष्य को देखते हुए बीते साल के अंत में दून के 11 क्षेत्रों में सीवरेज, पेयजल व जल निकासी की योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। राजधानी के 11 क्षेत्रों में (नत्थनपुर, मोहकमपुर, मिंयावाला, बालावाला, हर्रावाला, नकरौंदा, बंजारावाला, मोथरोवाला, केदारपुरम, टीएचडीसी कालोनी व यमुना कालोनी) शामिल हैं। संभावना है कि आने वाले समय में इन क्षेत्रों में आबादी का ग्राफ सर्वाधिक होगा।

2022 से धरातल पर उतरेंगी 2051 के आबादी लक्ष्य की योजनाएं नत्थनपुर, मोहकमपुर, मिंयावाला, बालावाला, हर्रावाला व नकरौंदा क्षेत्र

अगले 30 साल में यहां की एक लाख सात हजार की अतिरिक्त लक्षित आबादी के लिए 109 किमी सीवर लाइन बिछाई जाएगी और 9471 सीवर के कनेक्शन निश्शुल्क दिए जाएंगे। वहीं, 18 एमएलडी (मिलियन लीटर डेली) क्षमता का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा 19 किमी भाग पर वर्षा जल निकासी के लिए नालियों का नेटवर्क बनेगा।

बंजारावाला, मोथरोवाला व केदारपुरम क्षेत्र

वर्ष 2051 तक आबादी का लक्ष्य एक लाख 78 हजार के करीब रखा गया है। लिहाजा, यहां 137 किमी भाग पर पेयजल नेटवर्क स्थापित किया जाएगा। आठ ट्यूबवेल व ओवरहैड टैंक निर्माण के अलावा 117 किमी भाग पर सीवर नेटवर्क भी बिछाया जाएगा। सीवर निस्तारण के लिए 11 एमएलडी का एसटीपी भी योजना में प्रस्तावित है। तीनों क्षेत्रों सीवर के 6314 कनेक्शन निश्शुल्क दिए जाएंगे। वर्षा जल निकासी की बात करें तो 69 किमी भाग पर नालियों का जाल बिछाया जाएगा।

टीएचडीसी कालोनी व यमुना कालोनी क्षेत्र

अगले 30 साल के हिसाब से आबादी के 36 हजार के अतिरिक्त लक्ष्य के लिए 26 किमी सीवर नेटवर्क व 37 किमी जल निकासी का नेटवर्क स्थापित किया जाएगा।

आठ साल बाद खुली भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज की राह

भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज का सपना मार्च 2013 में तब देखा गया था, जब बल्लीवाला, बल्लूपुर व आइएसबीटी फ्लाईओवर का शिलान्यास किया गया था। तब रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) के रूप में इसका शिलान्यास किया गया था। हालांकि, इसके बाद मामला खटाई में पड़ गया था। बीते साल इस अहम परियोजना का शिलान्यास किया गया और इस पर काम भी शुरू हो गया। उम्मीद की जा रही है कि नए साल के अंत तक यह परियोजना काफी हद तक पूरी हो जाएगी।

यह होगा आरओबी का स्वरूप, मिलेगा लाभ

आरओबी भंडारी बाग से शुरू होकर रेसकोर्स चौक के पास तक बनेगा। इसके बनने के बाद सहारनपुर रोड, प्रिंस चौक की तरफ वाहनों का दबाव कम होगा। खासकर वाहन चालकों को आढ़त बाजार के जाम से निजात मिल सकेगी।

परियोजना पर एक नजर लंबाई, करीब 550 मीटर लागत, 47.15 करोड़ रुपये (यूटिलिटी शिफ्टिंग सहित) मूल लागत, 38.62 करोड़ रुपये यूटिलिटी शिफ्टिंग, 4.53 करोड़ रुपये।

दिल्ली-दून राजमार्ग को फोर लेन करने का काम शुरू

दिल्ली, मेरठ और देहरादून के बीच आवागमन करने वाले वाहनों की राह निकट भविष्य में सुगम होने की उम्मीद बढ़ गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की देहरादून इकाई ने 19.38 किलोमीटर के इस भाग पर चौड़ीकरण कार्य शुरू कर दिया है। यहां गणेशपुर में बुढ्ढावन नर्सरी के पास से करीब 16 किमी लंबी एलिवेटेड रोड बनाई जाए। जिससे वाहन ऊपर से गुजर सकें और नीचे का क्षेत्र वन्यजीवों के लिए मुक्त रहे। बीते साल की उपलब्धि की बात करें तो इस अहम परियोजना को नजरंदाज नहीं किया जा सकता।

परियोजना पर एक नजर देहरादून (आशारोड़ी) से गणेशपुर तक करीब 19.38 किलोमीटर लंबाई। निर्माण में करीब 2060 करोड़ रुपये का आएगा खर्च। आठ-आठ किलोमीटर का एक पैकेज है, जबकि 3.38 किलोमीटर का दूसरा पैकेज है। 3.38 किमी का पैकेज उत्तराखंड की सीमा में डाटकाली मंदिर से आशारोड़ी तक का है, जबकि शेष भाग उत्तर प्रदेश की सीमा में है।

जोगीवाला चौक पर बनेगा फ्लाईओवर

जोगीवाला चौक क्षेत्र में लगने वाले भारी जाम से निकट भविष्य में राहत मिलती दिख रही है। जोगीवाला चौक पर फ्लाईओवर (एलिवेटेड रोड) निर्माण की राह खुल गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला ने फ्लाईओवर का डिजाइन व डीपीआर तैयार करने के लिए कंसल्टेंट कंपनी के चयन की कार्रवाई शुरू करते हुए टेंडर आमंत्रित कर दिए हैं। बीते साल शुरू की गई यह कसरत नए साल में धरातल पर उतर सकेगी।

सहस्रधारा रोड होगी चौड़ी, कसरत शुरू

जोगीवाला चौक से रिंग रोड व सहस्रधारा रोड के विभिन्न हिस्सों में अतिक्रमण हटाए जाने के दो साल बाद आखिरकार चौड़ीकरण की राह खुलती दिख रही है। बीते साल के लिए यह भी बड़ी उपलब्धि रही। जोगीवाला चौक से पैसिफिक गोल्फ एस्टेट तक सड़क को तीन से चार लेन में तब्दील करने के लिए लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) ने टेंडर आमंत्रित कर दिए हैं। करीब एक माह के भीतर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर नए साल के आरंभ में चौड़ीकरण शुरू कराने का लक्ष्य रखा गया है।

परियोजना को सेंट्रल रोड फंड (सीआरएफ) से 77 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। चौड़ीकरण कार्य जोगीवाला चौक से लाडपुर, सहस्रधारा क्रासिंग होते हुए सहस्रधारा रोड पर कृषाली चौक व पैसिफिक गोल्फ एस्टेट तक (14.3 किमी) किया जाएगा। जहां सड़क पर अतिरिक्त जगह मिलेगी, वहां फोर लेन तक सड़क को चौड़ा किया जाएगा। कम जगह वाले भाग को तीन लेन बनाया जाएगा।

शहरी विकास की यह योजनाएं उतरी धरातल पर स्मार्ट सिटी के तहत एकीकृत कंट्रोल एंड कमांड सेंटर जनता को समर्पित किया गया। इसके तहत शहर के तमाम हिस्सों पर बेहतर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी संभव हो पाई है। साथ ही नागरिकों की सुविधाओं के लिए तमाम सेवाओं को इससे जोड़ा गया। शहर में स्मार्ट ट्रैफिक लाइट काम कर रही हैं और स्मार्ट कैमरों से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के स्वत: चालान किए जा रहे हैं। स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट टायलेट जैसी परियोजनाओं को भी पूरा किया गया।

पलटन बाजार में आकार लेने लगा स्मार्ट सिटी का ख्वाब

बीते साल यदि परियोजनाओं पर तेजी से काम शुरू करने की बात की जाए तो स्मार्ट सिटी सबसे आगे रहा। विशेषकर स्मार्ट रोड पर पलटन बाजार में पथ विकास का काम किया गया और नए साल पर ये परियोजनाएं पूरी कर दी जाएंगी। पलटन बाजार में घंटाघर से लेकर कोतवाली तक का 500 मीटर भाग पैदल चलने के लिए रहेगा। इस पूरे भाग पर मल्टीयूटिलिटी डक्ट बिछा दी गई है। साथ ही नाली निर्माण भी किया जा चुका है। इसके साथ अब करीब 7.5 मीटर चौड़े मार्ग पर टाइल्स बिछाने का काम करीब पूरा हो चुका है। वहीं, पलटन बाजार को फसाड नीति के तहत विकसित किया जाएगा। इसके अनुरूप सभी प्रतिष्ठानों का आगे का हिस्सा एक समान होगा। इसका डिजाइन भी तैयार किया जा चुका है।

अगले फेज में कोतवाली से लक्खीबाग तक करीब एक किमी भाग पर नाली निर्माण व बिजली की लाइनों को भूमिगत किया जाएगा। स्मार्ट सिटी के तहत ईसी रोड व राजपुर रोड पर स्मार्ट रोड का काम तेजी से किया जा रहा है। इसके तहत मल्टीयूटिलिटी डक्ट के साथ सीवर लाइन भी बिछाई जा रही है। जिन हिस्सों पर डक्ट बिछ चुकी है, वहां फुटपाथ बनाए जा रहे हैं।

यहां बनेगी स्मार्ट रोड

हरिद्वार रोड (प्रिंस चौक से आराघर के बीच करीब 1.5 किमी), ईसी रोड (आराघर से बहल चौक के बीच 2.9 किमी), राजपुर रोड (घंटाघर से दिलाराम बाजार के बीच 1.8 किमी), चकराता रोड (घंटाघर से किशननगर चौक के बीच 1.9 किमी)

सीवरेज सिस्टम भी हो रहा दुरुस्त

स्मार्ट रोड के अलावा पहले से बिछाई गई सीवर की मुख्य लाइन तक के सड़कों के हिस्सों पर सीवर लाइन बिछाई जाएगी। स्मार्ट रोड के अतिरिक्त वाला भाग धर्मपुर, माता मंदिर रोड से बाईपास रोड तक व दूसरी तरफ सर्वे चौक, कॉन्वेंट रोड, पंत मार्केट, प्रिंस चौक, सहारनपुर रोड से मातावाला बाग के पास तक रहेगा।

पेयजल व्यवस्था बन रही स्मार्ट

परेड ग्राउंड से लेकर नेहरू कॉलोनी तक पेयजल लाइन बिछाई गई है। इसके साथ ही मुख्य लाइन से विभिन्न क्षेत्रों में आपूर्ति की लाइन बिछाई जा रही है।

नए साल पर पूरा होगा परेड ग्राउंड का जीर्णोद्धार

परेड ग्राउंड व गांधी पार्क को आपस में जोड़कर विभिन्न नागरिक सुविधाओं का विकास किया जाना है। ताकि यहां शहरवासी सैर कर सकें। कार्य के तहत कनक चौक से लैंसडौन चौक के बीच की सड़क को बंद कर दिया जाएगा। परेडग्राउंड के इर्द-गिर्द 570 मीटर से अधिक भाग पर नाली निर्माण पूरा किया जा चुका है। वहीं, वर्षा जल संग्रहण टैंक व वीआइपी स्टेज का निर्माण अंतिम चरण में है।

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