एटीएम क्लोनिंग में हरियाणा का सासी गैंग दून पुलिस के राडार पर

एटीएम कार्ड क्लोनिंग के जरिये 13 बैंक खातों से पांच लाख रुपये की रकम पार करने की मोडस ऑपरेंडी (अपराध का तरीका) ने हरियाणा के सासी गैंग का हाथ होने का संदेह पुख्ता कर दिया है।

By Edited By: Publish:Wed, 19 Dec 2018 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 19 Dec 2018 12:10 PM (IST)
एटीएम क्लोनिंग में हरियाणा का सासी गैंग दून पुलिस के राडार पर
एटीएम क्लोनिंग में हरियाणा का सासी गैंग दून पुलिस के राडार पर

देहरादून, जेएनएन। एटीएम कार्ड क्लोनिंग के जरिये 13 बैंक खातों से पांच लाख रुपये की रकम पार करने की मोडस ऑपरेंडी (अपराध का तरीका) ने हरियाणा के सासी गैंग का हाथ होने का संदेह पुख्ता कर दिया है। पुलिस को अब तक मिली सीसीटीवी फुटेज में जो दो जालसाज दिख रहे हैं, उनका हुलिया हरियाणा के लोगों से काफी मेल खा रहा है। 

वहीं, पुलिस को शहर के पटेलनगर क्षेत्र के एक सीसीटीवी कैमरे से भी जालसाजों की गाड़ी की फुटेज मिल गई है, जिससे जालसाजों के दून में भी मूवमेंट करने की कुछ सटीक जानकारी मिली है। अब तक की जांच में यह साफ हो चुका है कि रिंग रोड स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के एटीएम में स्कीमर लगाने आए जालसाजों ने लाल रंग की कार का इस्तेमाल किया था।

पुलिस को रिंग रोड के आसपास लगे खुफिया कैमरे में इस गाड़ी की फुटेज मिली है। जिसके दून से लेकर हरिद्वार तक जाने की भी बात सामने आई है। सूत्रों की मानें तो एटीएम से डिवाइस निकालने के बाद जालसाज हरिद्वार की ओर भागे थे। इस बात की पुष्टि इससे भी हो चुकी है कि जालसाजों ने हरिद्वार के दो एटीएम से क्लोन किए गए कार्ड से पैसे निकाले थे। 

बता दें, एटीएम क्लोनिंग के जरिये शनिवार को दून के 13 बैंक खातों से जालसाज अब तक करीब साढ़े लाख रुपये उड़ा चुके हैं। यह मामला बीते शनिवार को तब सामने आया, जब लोगों के खातों से अचानक पैसे निकलने लगे। 

एटीएम कार्ड खाताधारकों के पास में होने के बाद भी हुए ट्रांजेक्शन से हड़कंप मच गया और लोग आनन-फानन में बैंक पहुंचे। जिन लोगों के खातों से रकम निकाली गई थी, उन सभी ने रिंग रोड स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के एटीएम से आठ से लेकर नौ दिसंबर के बीच पैसे निकाले थे। 

बैंक अफसरों और नेहरू कॉलोनी पुलिस की जांच में पता चला कि दो युवक आठ दिसंबर की रात पौने दस बजे इंडियन ओवरसीज बैंक के रिंग रोड स्थित एटीएम में दाखिल हुए और स्कीमर व कैमरा लगाकर निकल गए। अगले दिन रात पौने दस बजे फिर आए और दोनो डिवाइस निकालकर ले गए। 

इस 24 घंटे के दौरान लोग बेफिक्र होकर इस एटीएम से पैसे निकालते रहे। उधर, नेहरू कॉलोनी पुलिस ने रिंग रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकाली तो लाल रंग की कार से दो युवक उतरने के बाद हाथ में कुछ लिए एटीएम में दाखिल होते दिख गए। 

नौ दिसंबर की रात भी दोनों इसी गाड़ी से एटीएम तक आए थे और डिवाइस निकालकर हरिद्वार की ओर निकल गए। शहर की रेकी के बाद लगाया स्कीमर जालसाजों ने स्कीमर लगाने के लिए पूरे शहर की रेकी की थी। पटेलनगर इलाके के भी एक एटीएम दाखिल हुए थे। यहां से दोनों की फुटेज मिली है। जिस गाड़ी से जालसाज आए थे, उसमें एक महिला भी बैठी थी। 

शहर के कई एटीएम की रेकी करने के बाद रिंग रोड स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के एटीएम में स्कीमर लगाया गया था। इसकी सबसे बड़ी वजह यह थी कि एक तो इस एटीएम पर गार्ड नहीं था, दूसरे यह एटीएम शहर से बाहर था, जहां रात के समय लोगों को आना-जाना कम होता है।

रक्षाकर्मी समेत दो और के खाते से निकले रुपये 

एटीएम क्लोनिंग के जरिये रुपये निकलने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। इंस्पेक्टर नेहरू कॉलोनी राजेश शाह ने बताया कि आर्डनेंस फैक्ट्री में कार्यरत सत्येंद्र सिंह भंडारी निवासी देवांचल विहार, शिवालिक व्यू, लेन नंबर आठ, नत्थनपुर नेहरू ग्राम के खाते से साढ़े चार हजार और डीएवी के छात्र रविंद्र असवाल निवासी रिंग रोड अपर नत्थनपुर नेहरू ग्राम के खाते से दस हजार रुपये निकाले जाने की शिकायत मिली है। 

अब तक 13 लोगों के खातों से पैसे निकल चुके हैं। हरिद्वार में निकले पैसे रक्षाकर्मी सत्येंद्र भंडारी के खाते से रकम हरिद्वार के आर्यनगर स्थित एक एटीएम से निकाली गई है। यह रकम दस दिसंबर को निकाल ली गई थी। ऐसे में एक बार और यह साबित हो गया था एटीएम कार्ड का डाटा चोरी करने के बाद जालसाज हरिद्वार गए। वहीं रविंद्र असवाल के खाते से पैसे इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट बैंक के एटीएम से निकाले गए हैं। 

पुलिस यह पता कर रही है कि यह एटीएम कहां है। बंद होंगे गार्ड रहित एटीएम शहर में सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों के गार्ड रहित एटीएम को बंद कराने की दिशा में पुलिस काम कर रही है। 

एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि इससे कुछ स्थानों पर उपभोक्ताओं को असुविधा हो सकती है, लेकिन उनकी सुरक्षा उससे भी अधिक जरूरी है। ऐसे में सभी थानेदारों को निर्देशित किया है कि अपने क्षेत्र के उन एटीएम को चिन्हित करें, जहां गार्ड नहीं या सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं। इससे संबंधित बैंक को भी अवगत कराया जाए। यदि बताए जाने के बाद भी वहां सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं किया जाता है तो ऐसे एटीएम को तब तक के लिए बंद करा दिया जाएगा, जब तक वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होते।

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