पूनम हत्याकांड के खुलासे को पांच संदिग्धों का पॉलीग्राफी टेस्ट

चर्चित नम हत्याकांड में पुलिस संदिग्धों का पोलॉग्राफी टेस्ट कराएगी। इसके लिए कोर्ट से अनुमति लेने के लिए अर्जी तैयार कर ली है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Tue, 27 Nov 2018 04:06 PM (IST) Updated:Tue, 27 Nov 2018 04:06 PM (IST)
पूनम हत्याकांड के खुलासे को पांच संदिग्धों का पॉलीग्राफी टेस्ट
पूनम हत्याकांड के खुलासे को पांच संदिग्धों का पॉलीग्राफी टेस्ट

देहरादून, जेएनएन। हल्द्वानी के पूनम हत्याकांड के खुलासे को पुलिस संदिग्धों का पोलॉग्राफी टेस्ट कराएगी। इसके लिए कोर्ट से अनुमति लेने के लिए अर्जी तैयार कर ली है। कोर्ट से अनुमति मिलते ही पुलिस सीबीआइ की मदद से पॉलीग्राफी टेस्ट कराएगी। ताकि हत्याकांड से जुड़े रहस्य के राज खुल सके। 

तीन महीने पहले यानि 27 अगस्त को हल्द्वानी के गोरा पड़ाव में पूनम पांडे की घर में निर्मम हत्या हुई थी। पूनम की बेटी अर्शी को भी बदमाशों ने घायल किया था। इस मामले में डीआइजी, आइजी, एडीजी तक हल्द्वानी गए और जल्द हत्याकांड के खुलासे का दावा किया गया। लेकिन तीन माह से पुलिस खाली हाथ घूम रही है। उलटा हत्याकांड के जिस भी लाइन में पुलिस ने काम किया, उसमें उलझती गई।

अब पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे को लेकर पोलीग्राफी टेस्ट यानि सच और झूठ उगलने की तैयारी कर दी है। अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए अर्जी तैयार कर दी है। विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर को कोर्ट में अनुमति के लिए अर्जी लगाने के लिए कहा गया है। अभी तक पांच संदिग्धों का पॉलीग्राफी टेस्ट कराया जाएगा।

इसमें परिवार के कुछ लोग भी शामिल हैं। ताकि हत्याकांड को लेकर कौन सच और कौन झूठ बोल रहा है, इसका खुलासा हो सके। उन्होंने कहा कि पॉलीग्राफी टेस्ट दिल्ली स्थिति सीबीआइ की लैब से कराया जाएगा। ताकि इसकी रिपोर्ट पर भी सवाल न उठे। अगले माह यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। 

गड़बड़ी पर मुख्यालय की नजर 

पूनम हत्याकांड के बाद पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। जांच के नाम पर कई तरह की गड़बड़ी की शिकायत पुलिस मुख्यालय तक पहुंची थी। इस पर मुख्यालय ने जांच में संलिप्त रहे पुलिस दारोगाओं से लेकर इंस्पेक्टरों पर नजर रखी हुई है। इस मामले में एक इंस्पेक्टर पहले ही हटाया जा चुका है। अन्य के बारे में गोपनीय जांच कराई जा रही है। ताकि गड़बड़ी को लेकर मिली शिकायत पर सख्ती से कार्रवाई हो सके। 

ये होता है पॉलीग्राफ टेस्ट 

पॉलीग्राफ एक मशीन है। इसके प्रयोग से झूठ पकड़ा जाता है। इसे लाई डिटेक्टटर के नाम से भी जाना जाता है। किसी का पॉलीग्राफी टेस्ट कराने से पहले कोर्ट की अनुमति जरूरी होती है। इसमें आंखों, चेहरे का भाव, हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर आदि मानकों को जांचा जाता है। इसके आधार पर विशेषज्ञ सच और झूठ की परख करता है। 

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