शिक्षकों को अब शेष बचे शैक्षिक सत्र के दौरान प्रशिक्षण से मिली निजात

शिक्षकों को अब शेष बचे शैक्षिक सत्र के दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रमों से निजात रहेगी। साथ ही सत्रांत लाभ के लिए उन्हें महीनों पहले आवेदन नहीं करना होगा।

By Edited By: Publish:Sat, 21 Dec 2019 09:16 PM (IST) Updated:Sun, 22 Dec 2019 10:26 AM (IST)
शिक्षकों को अब शेष बचे शैक्षिक सत्र के दौरान प्रशिक्षण से मिली निजात
शिक्षकों को अब शेष बचे शैक्षिक सत्र के दौरान प्रशिक्षण से मिली निजात

देहरादून, राज्य ब्यूरो। नए साल के मौके पर सरकार शिक्षकों का दिल जीतने जा रही है। शिक्षकों को अब शेष बचे शैक्षिक सत्र के दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रमों से निजात रहेगी। साथ ही सत्रांत लाभ के लिए उन्हें महीनों पहले आवेदन नहीं करना होगा। इच्छुक शिक्षक को सत्रांत लाभ अब स्वत: मिल जाएगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के साथ बैठक कर उक्त निर्देश दिए।

बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं में अब ज्यादा समय शेष नहीं बचा है। वहीं प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में भी वार्षिक परीक्षाएं होनी हैं। एससीईआरटी समेत विभिन्न स्तरों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के चलते प्राथमिक से लेकर माध्यमिक स्तर पर विद्यालयों में पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। इसे देखते हुए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शिक्षा सचिव को मौजूदा सत्र के शेष बचे समय में प्रशिक्षण कार्यक्रम पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।

स्वत: सत्रांत लाभ का जीओ जल्द 

शिक्षा मंत्री ने कहा कि सत्रांत लाभ के लिए शिक्षकों को छह महीने पहले आवेदन और फिर मेडिकल सर्टिफिकेट देने जैसी औपचारिकताओं से निजात दिलाई जाएगी। सत्रांत लाभ स्वत: ही मिलेगा। जो शिक्षक सत्रांत लाभ के इच्छुक नहीं होंगे, उन्हें लिखित में यह बताना होगा। इस संबंध में जल्द शासनादेश निर्गत करने के आदेश सचिव को दिए गए हैं।

यह भी पढ़ें: उत्‍तराखंड में 806 शिक्षकों को तबादलों में सशर्त राहत, पढ़िए पूरी खबर

25 फीसद ज्यादा करेंगे भर्ती 

शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों के रिक्त पदों पर राज्य लोक सेवा आयोग और राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से नियुक्तियों में करीब सालभर का वक्त लग रहा है। इस बीच शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से रिक्त होने वाले पदों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि अब हर साल रिक्त पदों के साथ 25 फीसद अतिरिक्त पद जोड़कर नियुक्ति की जाएगी। इससे विद्यालयों में शिक्षकों की कमी की समस्या पेश नहीं आएगी।

यह भी पढ़ें: उत्‍तराखंड में विभिन्‍न विभागों में तीन साल से अधिक समय से रिक्त पद होंगे फ्रीज

chat bot
आपका साथी