देश का नक्शा बनाने वाले ऐतिहासिक यंत्रों ने किया रोमांचित

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर सर्वे ऑफ इंडिया का संग्रहालय आमजन के लिए खोला गया। विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्रों ने संग्रहालय के भ्रमण कर देश का नक्शा बनाने वाले तमाम ऐतिहासिक उपरकणों को करीब से देखा व उनके बारे में जाना।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Feb 2019 08:46 PM (IST) Updated:Thu, 28 Feb 2019 08:46 PM (IST)
देश का नक्शा बनाने वाले ऐतिहासिक यंत्रों ने किया रोमांचित
देश का नक्शा बनाने वाले ऐतिहासिक यंत्रों ने किया रोमांचित

जागरण संवाददाता, देहरादून: राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर सर्वे ऑफ इंडिया का संग्रहालय आमजन के लिए खोला गया। विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्रों ने संग्रहालय के भ्रमण कर देश का नक्शा बनाने वाले तमाम ऐतिहासिक उपरकणों को करीब से देखा व उनके बारे में जाना। ऐसे दुर्लभ यंत्रों को देखकर छात्र रोमांच से भरे नजर आए।

गुरुवार को छात्रों व आमजन ने सर्वे चौक स्थित सर्वे ऑफ इंडिया के ज्योडीय एवं अनुसंधान शाखा, अंकीय मानचित्रण केंद्र व भू-स्थानिक आंकड़ा केंद्र का भ्रमण किया। इस दौरान छात्रों ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी की ऊंचाई नापने वाले ऐतिहासिक उपकरण थ्योडोलाइट को करीब से देखा। इसके साथ ही छात्रों व आमजन ने लेवल मशीन, सेक्सटेंटस जैसे उपकरणों समेत आधुनिक यंत्रों के बारे में भी जाना। संग्राहालय के समन्वयक के रूप में अरुण कुमार ने यंत्रों के बारे में बताया, जबकि ज्योडीय अनुसंधान शाखा के निदेशक डॉ. एसके सिंह व अन्य निदेशक आरके मीणा ने विभिन्न तरह की तकनीकी जानकारी साझा दी। निदेशक एसके सिंह ने कहा कि उनका संस्थान देश का प्रत्येक इंच के बारे में जानता है, क्योंकि देश के प्रत्येक इंच के नक्शे यही से तैयार किए गए हैं।

छात्रों ने नक्शों के बारे में जाना

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर सर्वे ऑफ इंडिया के उत्तरी मुद्रण वर्ग, मानचित्र अभिलेख व प्रसार केंद्र की ओर से 'लोगों के लिए विज्ञान और विज्ञान के लिए लोग' विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस दौरान छात्रों को मानचित्र तैयार करने और उनके मुद्रण के बारे में विस्तार से बताया गया। छात्रों को बड़ी-बड़ी मुद्रण मशीनें, कैमरे व अन्य उपकरणों को दिखाया भी गया। इस अवसर पर उत्तरी मुद्रण वर्ग के निदेशक ले. कर्नल राकेश सिंह, मानचित्र अभिलेख व प्रसार केंद्र के निदेशक डॉ. चंद्र प्रकाश, मधुकर तिवारी, योगेश अग्रवाल, संजय गर्ग, सीएस डबराल, राजीव वाही आदि उपस्थित रहे।

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