उत्तराखंड में पक्षियों की सर्वाधिक प्रजातियां, चार दिन तक पूरे विश्व में की गई गणना

समृद्ध वन संपदा के लिए प्रख्यात उत्तराखंड परिंदों के लिए भी मुफीद पनाहगाह है। यहां देश के अन्य राज्यों की तुलना में पक्षियों की सर्वाधिक प्रजातियां हैं। ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट की प्रारंभिक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। जबकि विश्व में भारत दूसरे स्थान पर है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 06:45 AM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 06:45 AM (IST)
उत्तराखंड में पक्षियों की सर्वाधिक प्रजातियां, चार दिन तक पूरे विश्व में की गई गणना
समृद्ध वन संपदा के लिए प्रख्यात उत्तराखंड परिंदों के लिए भी मुफीद पनाहगाह है।

जागरण संवाददाता, देहरादून: समृद्ध वन संपदा के लिए प्रख्यात उत्तराखंड परिंदों के लिए भी मुफीद पनाहगाह है। यहां देश के अन्य राज्यों की तुलना में पक्षियों की सर्वाधिक प्रजातियां हैं। ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट की प्रारंभिक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। जबकि, विश्व में भारत दूसरे स्थान पर है।

दरअसल, द ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट एक वैश्विक पक्षी गणना है। जिसके तहत दुनियाभर के हजारों बर्डवॉचर्स हर साल फरवरी में चार दिन के लिए पक्षियों की तलाश करते हैं। इसी क्रम में बीते 12 से 15 फरवरी के बीच दुनियाभर में पक्षियों की गणना की गई। जिसमें वैश्विक स्तर पर भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। कोलंबिया (1065) के बाद भारत (942) ने पक्षियों की प्रजाति के मामले में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं, उत्तराखंड देशभर में परिंदों का फेवरेट स्पॉट बनकर उभरा है। यहां कुल 404 प्रजाति के पक्षी पाए गए, जो कि देश के किसी भी राज्य के मुकाबले सर्वाधिक है। इसके बाद पश्चिम बंगाल (376) दूसरे स्थान पर है। कर्नाटक, महाराष्ट्र समेत कई बड़े राज्य भी उत्तराखंड से काफी पीछे हैं। जबकि, वेबसाइट पर चेकलिस्ट अपलोड करने के मामले में उत्तराखंड (1129) छठे स्थान पर है। इस सूची में केरल ने बाजी मारी है।

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केरल की ओर से 5895 चेकलिस्ट अपलोड की गई। पिछले वर्षों में केरल और तमिलनाडु में पक्षियों की सर्वाधिक प्रजातियां पाई जाती थीं, लेकिन इस बार उत्तराखंड ने सभी को पछाड़ दिया। हैरानी की बात यह कि पड़ोसी राज्य हिमाचल भी इस लिस्ट में नौवें पायदान पर है। यहां पक्षियों की 322 प्रजातियां पाई गईं। हालांकि, यह प्रारंभिक रिपोर्ट है, मार्च में इस गणना के अंतिम परिणाम जारी किए जाएंगे। अभी 28 फरवरी तक सभी राज्य चेकलिस्ट अपलोड कर सकते हैं।

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