पुलिस अभिरक्षा से फरार इनामी पंजाब से हुआ गिरफ्तार, पढ़िए पूरी खबर

नौ साल पूर्व देहरादून रेलवे स्टेशन से पंजाब पुलिस की कस्टडी से फरार आरोपित को पुलिस ने पंजाब के रूपनगर जिले से गिरफ्तार कर लिया।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 16 Dec 2019 09:42 AM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 09:42 AM (IST)
पुलिस अभिरक्षा से फरार इनामी पंजाब से हुआ गिरफ्तार, पढ़िए पूरी खबर
पुलिस अभिरक्षा से फरार इनामी पंजाब से हुआ गिरफ्तार, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। नौ साल पूर्व देहरादून रेलवे स्टेशन से पंजाब पुलिस की कस्टडी से फरार आरोपित को पुलिस ने पंजाब के रूपनगर जिले से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित पर उत्तराखंड पुलिस की ओर से ढाई हजार रुपये का इनाम घोषित था।

एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि अमरजीत सिंह निवासी ग्राम बहलोलपुर, समराला, लुधियाना पर वर्ष 2007 में पटेलनगर में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद अमरजीत पंजाब भाग गया। वहां संगरूर पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो देहरादून पुलिस ने बी वारंट के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई। संगरूर पुलिस अमरजीत को कोर्ट में पेश कराने के लिए 11 अक्टूबर 2010 को देहरादून आई। यहां कोर्ट में पेशी कराने के बाद पुलिस ट्रेन से पंजाब जाने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंची।

यहां वह पंजाब पुलिस के गारद कमांडर हवलदार दर्शन सिंह को धक्का देकर फरार हो गया। इस मामले में हवलदार की ओर से नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। देहरादून पुलिस तभी से अमरजीत की तलाश में जुटी थी, लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था। इस बीच उस पर ढाई हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया। एसपी सिटी ने बताया कि मुखबिर तंत्र से पता चला कि अमरजीत इन दिनों अपने घर पर ही रह रहा है। इस पर पुलिस लुधियाना पहुंची, लेकिन पता चला कि वह इस समय रूपनगर गया हुआ है। काफी खोजबीन के बाद उसे चमकौर साहिब के पास एक ढाबे से गिरफ्तार कर लिया गया।

33 साल से फरार चल रहा  इनामी आरोपित गिरफ्तार

चोरी के मामले में 33 साल से फरार चल रहे ढाई हजार के इनामी को सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने धर दबोचा। वह हरिद्वार जिले के ही भगवानपुर थाना क्षेत्र में पहचान छिपा कर रह रहा था। उसके कब्जे से तमंचा भी मिला है। 

11 मई, 1986 को आइआरआइ कॉलोनी निवासी सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अफजल खान के आवास का ताला तोड़कर चोरों ने पंखा, चूल्हा समेत हजारों रुपये मूल्य का सामान चोरी कर लिया था। इस सिलसिले में पुलिस ने 16 मई, 1986 को राजू कालिया निवासी मकतूलपुरी, गंगनहर कोतवाली रुड़की को गिरफ्तार किया था। कुछ अंतराल में  जमानत पाने के बाद वह फरार हो गया। तब से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। लेकिन, उसका पता नहीं चल पा रहा था। 

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इस पर हरिद्वार के एसएसपी ने उस पर ढाई हजार रुपये इनाम घोषित कर दिया। हालिया दिनों में पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित राजू कालिया भगवानपुर क्षेत्र के मंडावर गांव में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा है। पुलिस ने वहां उसे गिरफ्तार कर लिया। सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि वह एक फैक्ट्री में नौकरी कर रहा था। उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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