सुरकंडा देवी-मुक्तेश्वर में जून तक लगेंगे डॉप्लर रडार, मिलेगा मौसम का सटीक पूर्वानुमान

उत्‍तराखंड में मौसम के सटीक पूर्वानुमान के मद्देनजर राज्य में दो डॉप्लर रडार स्थापित करने का रास्ता साफ हो गया है। ये रडार सुरकंडा देवी और मुक्तेश्वर में जून तक लगेंगे।

By Edited By: Publish:Wed, 09 Jan 2019 10:04 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jan 2019 09:24 PM (IST)
सुरकंडा देवी-मुक्तेश्वर में जून तक लगेंगे डॉप्लर रडार, मिलेगा मौसम का सटीक पूर्वानुमान
सुरकंडा देवी-मुक्तेश्वर में जून तक लगेंगे डॉप्लर रडार, मिलेगा मौसम का सटीक पूर्वानुमान

देहरादून, राज्य ब्यूरो। लंबे इंतजार के बाद प्रदेश में मौसम के सटीक पूर्वानुमान के मद्देनजर राज्य में दो डॉप्लर रडार स्थापित करने का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में बुधवार को सचिवालय में हुई राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) की समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि गढ़वाल में सुरकंडा देवी मंदिर के निकट और कुमाऊं मंडल में मुक्तेश्वर में जून तक डॉप्लर रडार स्थापित कर दिए जाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य में प्राकृतिक आपदाओं और सड़क दुर्घटनाओं की ऑनलाइन रिपोर्टिग, डाटा कलेक्शन और प्रवर्तन के लिए तैयार एमआइएस पोर्टल का शुभारंभ भी किया। मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान राज्य में आपदा प्रबंधन, मौसम व भूकंप पूर्वानुमान समेत अन्य जानकारियां लीं।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ को निर्देश दिए कि राज्य में प्राकृतिक आपदा और सड़क दुर्घटनाओं के दौरान नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से समन्वय स्थापित कर वहां के प्रशिक्षणार्थियों का भी सहयोग लिया जाए। मुख्यमंत्री ने मॉक ड्रिल कराने के साथ ही आपदा प्रबंधन से संबंधित प्रशिक्षण से विद्यार्थियों को जोड़ने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। बैठक में जानकारी दी गई कि पूर्णागिरी मंदिर के पास आ रही दरारों की मरम्मत का कार्य 9.97 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। इसके साथ ही एसडीआरएफ द्वारा पिथौरागढ़ की व्यास, दारमा व चौंदास घाटी में वायरलेस इंटरनेट संचार सुविधा स्थापित करने का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। 

इसी प्रकार की सुविधा हरकी दून ट्रैकिंग रूट, पिंडारी ग्लेश्यिर, गंगोत्री- भोजबासा ट्रैकिंग रूट पर भी विकसित की जाएगी। इस अवसर खोज एवं बचाव दल में सराहनीय कार्य के लिए चमोली के दर्शन सिंह और अल्मोड़ा में प्रारद व युवा कल्याण में आउटसोर्स पर तैनात भुवन चंद्र कांडपाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपशिखा रावत को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत व यशपाल आर्य, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल रतूड़ी, एडीजी अशोक कुमार, आइजी संजय गुंज्याल, सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, अपर सचिव सबिन बंसल आदि मौजूद थे।

राज्य में ये हुए हैं कार्य

राज्य में स्वीकृत 176 मौसम संबंधी उपकरणों में से 139 स्थापित। भूकंप पूर्व चेतावनी तंत्र विकसित करने को आइआइटी रुड़की के सहयोग से 155 जगह लगे सेंसर। भूकंप चेतावनी के मद्देनजर 49 स्थानों पर लगाए गए सायरन। देहरादून, हरिद्वार व काठगोदाम के 100 स्थानों पर लगाए जा रहे सायरन।  टीएचडीसी के सहयोग से कोटेश्वर व ऋषिकेश में गंगा किनारे आठ जगह वाइस मैसेज के साथ सायरन लगाए जा रहे। 5381 ममंद व 4995 युमंद और 87 एनजीओ को एसडीआरएफ दे चुका प्रशिक्षण। सभी जिलों में मुहैया कराए जा चुके हैं 74 सेटेलाइट फोन, 79 फोन जल्द होंगे उपलब्ध -सभी जिलों में सर्विलांस व मॉनीटरिंग को ड्रोन की व्यवस्था।

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