पिछले बजट का 90 फीसद खर्च कर सकी उत्तराखंड सरकार

राज्य सरकार को गुजरे वित्तीय वर्ष 2018-19 में बड़ी राहत मिली है। कुल बजट का तकरीबन 90 फीसद खर्च हुआ है। 31 मार्च तक सरकारी खजाने से करीब 40600 करोड़ खर्च होने की सूचना है।

By Edited By: Publish:Tue, 02 Apr 2019 09:13 PM (IST) Updated:Wed, 03 Apr 2019 11:17 AM (IST)
पिछले बजट का 90 फीसद खर्च कर सकी उत्तराखंड सरकार
पिछले बजट का 90 फीसद खर्च कर सकी उत्तराखंड सरकार

देहरादून, राज्य ब्यूरो। राज्य सरकार को गुजरे वित्तीय वर्ष 2018-19 में बड़ी राहत मिली है। कुल बजट का तकरीबन 90 फीसद खर्च हुआ है। 31 मार्च तक सरकारी खजाने से करीब 40,600 करोड़ खर्च होने की सूचना है। खास बात ये है कि मार्च फाइनल यानी वित्तीय वर्ष के आखिरी महीने में करीब 2500 करोड़ से ज्यादा धनराशि खर्च की गई। 

वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए कुल बजट प्रावधान 45585.09 करोड़ रखा गया था। बीते माह मार्च की अंतिम तारीख 31 तक उक्त बजट प्रावधान में से 40600 करोड़ खर्च किया जा सका है। वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में ही बड़ी बजट राशि ठिकाने लगाने का मिथक टूट नहीं पाया है। 

दरअसल, वित्तीय वर्ष के पहले महीने यानी अप्रैल माह से बजट खर्च रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। इसके लिए महकमों की सुस्ती अहम कारण मानी जा रही है। नौ महीने यानी 31 दिसंबर तक सभी महकमे कुल आवंटित 27734 करोड़ में से 6491 करोड़ खर्च नहीं कर पाए थे। इस अवधि में आधा दर्जन महकमों ने आवंटित बजट का 50 फीसद भी खर्च नहीं किया था। 

वहीं बजट जारी किए जाने मे धीमापन बरकरार है। नौ महीनों में महज 67.71 फीसद बजट ही महकमों को आवंटित किया गया था। जाहिर है कि तीन माह में बड़ी धनराशि खर्च करने का दबाव सरकार पर रहा। यह दीगर बात है कि अंतिम माह आते-आते बजट के बड़े हिस्से का सदुपयोग करने में सरकार को कामयाबी मिली है। 

केंद्रपोषित योजनाओं की करीब छह हजार राशि और बाह्य सहायतित योजनाओं की 1500 करोड़ राशि खर्च होने का अनुमान है। वित्त सचिव अमित नेगी ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा बजट राशि खर्च हुई है।

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