भाजपा ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई

अविश्वास प्रस्ताव व अध्यक्षता के मुद्दे पर सदन का बहिष्कार करने के बाद विपक्ष ने राजभवन में दस्तक देते हुए राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पाल से न्याय की गुहार लगाई।

By BhanuEdited By: Publish:Fri, 22 Jul 2016 11:49 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jul 2016 11:52 AM (IST)
भाजपा ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई

देहरादून, [राज्य ब्यूरो] अविश्वास प्रस्ताव व अध्यक्षता के मुद्दे पर सदन का बहिष्कार करने के बाद विपक्ष ने राजभवन में दस्तक देते हुए राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पाल से न्याय की गुहार लगाई। भाजपा ने सदन में संविधान व सदन की प्रक्रिया एवं संचालन नियमावली का उल्लंघन होने का आरोप लगाते हुए राज्यपाल को ज्ञापन भी दिया। साथ ही, राज्यपाल से इस मामले में संविधान व विधिसम्मत कार्यवाही करने की मांग की।
नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट के नेतृत्व में भाजपा के विधायकों ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल डॉ. केके पाल को सदन में हुए पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के किसी भी सदस्य ने सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले या प्रारंभ होने के बाद सदन में स्पीकर व डिप्टी स्पीकर के विरुद्ध लंबित अविश्वास प्रस्ताव पर विचार करने का अनुरोध नहीं किया।

पढ़ें-उत्तराखंडः मिल गई खजाने की चाबी, इस्तेमाल की चुनौती
उन्होंने तर्क दिया कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। संविधान की व्यवस्था के तहत निर्मित विधानसभा की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमावली के अनुसार कोर्ट में विचाराधीन किसी भी मामले पर सदन में विचार या मतदान नहीं हो सकता।

पढ़ें:-सीएम हरीश रावत ने बागी विधायकों पर बोला हमला
ऐसी स्थिति में अविश्वास प्रस्ताव लंबित रहेगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्तमान में असाधारण परिस्थिति को देखते हुए सदन में संविधान के अनुच्छेद 180 (2) व 181 के अनुसार कार्यवाही करना जरूरी है, लेकिन सरकार व अध्यक्ष द्वारा सदन की कार्यवाही संचालित करने के लिए मनमाना व अलोकतांत्रिक तरीका अपनाया गया।

पढ़ें-बिखरने लगा घर तो दौड़े आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
सदन की अनुज्ञा लिए बगैर ही एक सदस्य को अध्यक्ष की पीठ पर बिठा दिया गया। उन्होंने सरकार व स्पीकर द्वारा उनके विरुद्ध लंबित अविश्वास प्रस्ताव निस्तारित किए जाने का अंदेशा भी जताया।

पढ़ें: उत्तराखंड: विपक्ष की गैरमौजूदगी में सदन में विनियोग विधेयक पारित
साथ ही, राज्यपाल से इस मामले में संविधान व विधिसम्मत कार्यवाही करने का अनुरोध किया। प्रतिनिधिमंडल में पार्टी विधायक मदन कौशिक, हरबंस कपूर, बिशन सिंह चुफाल, सुरेंद्र सिंह जीना, गणेश जोशी, प्रेम सिंह राणा, संजय गुप्ता, महावीर रांगड़, यतीश्वरानंद, हरभजन सिंह चीमा, मालचंद, पुष्कर सिंह धामी, पूरण फत्र्याल, महावीर रांगड़ आदि शामिल थे।
पढ़ें:- विधानसभा सत्र में भाजपा के विरोध का सीएम हरीश रावत ने ये दिया जवाब

chat bot
आपका साथी