306 कैडेट बनेंगे भारतीय सेना का हिस्सा, मित्र देशों को मिलेंगे 71 सैन्य अफसर

शनिवार को आयोजित होने वाली पासिंग आउट परेड में देश-विदेश के 377 जेंटलमैन कैडेट हिस्सा लेंगे। इनमें 306 कैडेट भारतीय सेना में अफसर बनेंगे।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Tue, 03 Dec 2019 07:33 PM (IST) Updated:Tue, 03 Dec 2019 08:24 PM (IST)
306 कैडेट बनेंगे भारतीय सेना का हिस्सा, मित्र देशों को मिलेंगे 71 सैन्य अफसर
306 कैडेट बनेंगे भारतीय सेना का हिस्सा, मित्र देशों को मिलेंगे 71 सैन्य अफसर

देहरादून, जेएनएन। भारतीय सैन्य अकादमी में शनिवार को आयोजित होने वाली पासिंग आउट परेड में देश-विदेश के 377 जेंटलमैन कैडेट हिस्सा लेंगे। इनमें 306 कैडेट भारतीय सेना में अफसर बनेंगे। जबकि मित्र देशों की सेना को 71 सैन्य अफसर मिलेंगे। इन भावी सैन्य अफसरों ने मंगलवार को डिप्टी कमांडेंट परेड में शिरकत की। अकादमी के उप समादेशक और मुख्य प्रशिक्षक मेजर जनरल जीएस रावत ने परेड की सलामी ली। 

मुख्य पासिंग आउट परेड से पहले पासिंग आउट बैच के कैडेटों को डिप्टी कमांडेंट परेड और कमांडेंट परेड में शिरकत करनी होती है। इसी क्रम में मंगलवार सुबह को अकादमी के चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर पासिंग आउट बैच के जेंटलमैन कैडेटों ने आइएमए गीत की धुन पर कदमताल की। उन्होंने आइएमए के उप समादेशक मेजर जनरल रावत से विदाई ली। इससे पहले उप समादेशक ने बतौर निरीक्षण अधिकारी परेड का निरीक्षण किया। परेड के दौरान जेंटलमैन कैडेट जोश और जज्बे से भरपूर दिखे। 

उप समादेशक ने अकादमी में सैन्य प्रशिक्षण के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेटों को रिहर्सल के तौर पर स्वार्ड ऑफ ऑनर के साथ ही गोल्ड, सिल्वर और ब्रांज मेडल प्रदान कर सम्मानित किया। पासिंग आउट बैच के जेंटलमैन कैडेटों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बतौर सैन्य अधिकारी सेना में शामिल होने जा रहे कैडेटों को सैन्य परंपराओं का निवर्हन कर आगे बढ़ना होगा। आइएमए से कड़ा प्रशिक्षण प्राप्त कर अब वह विभिन्न यूनिट और रेजिमेंट का हिस्सा बनेंगे। जहां उनकी क्षमताओं को और तराशा जाएगा, जिससे वह अधिक जिम्मेदारी और कुशलता के साथ जवानों का नेतृत्व करें। 

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उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में एक है। जहां सरल, निष्ठावान और देशभक्ति से ओतप्रोत जवान आपको मिलेंगे। युवा अफसर ऐसे आयाम स्थापित करें कि हरेक जवान गर्व से उनकी तरफ देखें। आपको अपने आचरण और कार्यों से उनका सम्मान और विश्वास अर्जित करना होगा। उन्होंने विदेशी कैडेटों की भी प्रशंसा की। इस अवसर पर अकादमी के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, प्रशिक्षक, विभिन्न स्कूलों के बच्चे, स्थानीय नागरिक आदि मौजूद रहे। 

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