रसोई बेजार, धंधा गुलजार

जागरण संवाददाता, देहरादून: एक अदद सिलेंडर के लिए जूझ रही आम आदमी की रसोई भले ठंडी पड़ रही हो, लेकिन ध

By Edited By: Publish:Sat, 29 Aug 2015 01:30 AM (IST) Updated:Sat, 29 Aug 2015 01:30 AM (IST)
रसोई बेजार, धंधा गुलजार

जागरण संवाददाता, देहरादून: एक अदद सिलेंडर के लिए जूझ रही आम आदमी की रसोई भले ठंडी पड़ रही हो, लेकिन धंधेबाजों के यहां गैस की कोई कमी नहीं। न तो उन पर कांवड़ के दौरान आए गैस संकट का असर दिखा, न ही अब बैकलॉग का असर दिख रहा है। साफ है कि कमाई के फेर में आम आदमी का हक धड़ल्ले से इन धंधेबाजों को समर्पित किया जा रहा है।

पिछले 28 दिन से दूनवासी रसोई गैस के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन मजाल कि उन्हें बुकिंग के 15 दिन बाद भी आसानी से गैस सिलेंडर नसीब हो जाए। वजह यह कि कांवड़ यात्रा के दौरान डेढ़ लाख पर पहुंचा बैकलॉग अब भी 75 हजार के करीब अटका है। लेकिन, गैस रिफिलिंग करने वाले धंधेबाजों की दुकानें बदस्तूर चल रही हैं। दून में ऐसी करीब 300 दुकानें हैं, जहां घरेलू गैस सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में अवैध रिफिलिंग की जाती है। इन दुकानों पर खुले में जहां 150 से 200 रुपये प्रति किलो गैस की बिक्री हो रही है, वहीं पूरा सिलेंडर 1300 रुपये तक में मिल रहा है। यह स्थिति कांवड़ यात्रा के दौरान आए गैस संकट के समय भी थी और अब भी है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब आम आदमी को 15-15 दिन तक सिलेंडर नहीं मिल पा रहा तो इन धंधेबाजों की दुकानें कैसे गुलजार हैं। यह तथ्य इस खेल में एजेंसियों की मिलीभगत की ओर भी इशारा करता है। इसके बावजूद मजाल है कि तेल कंपनी से लेकर आपूर्ति विभाग या प्रशासन ने इस गोरखधंधे पर लगाम कसने की हिम्मत जुटाई हो।

इन स्थानों पर होती है गैस रिफलिंग

करनपुर, घोसीगली, गांधी ग्राम, ब्रह्मपुरी, शास्त्रीनगर, राजा रोड, गोविंद गढ़, आराघर, बाइपास रोड, मेहूंवाला, निरंजनपुर, रायपुर, पटेलनगर, कांवली रोड, रेसकोर्स, मद्रासी कॉलोनी, डिस्पेंसरी रोड, राजेंद्र नगर, चुक्खु मोहल्ला, लक्खीबाग, दीपनगर, ब्राह्मणवाला, चमनपुरी, रामनगर, प्रेमनगर, धर्मपुर, देहराखास, इंदिरा नगर।

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अवैध रिफिलिंग पर लगाम कसने के लिए आपूर्ति विभाग की ओर से जल्द अभियान चलाया जाएगा और ऐसे सभी ठिकानों पर कार्रवाई की जाएगी।

-पीएस पांगती, जिला पूर्ति अधिकारी

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