बैडा बैडवाल और पाड़ासों सेरा के ग्रामीणों को मिला सड़क का तोहफा

बाराकोट विकास खंड के बैडा बैडवाल गांव के लोगों का सड़क का सपना पूरा हुआ। रोड का काम शुरू होने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 May 2020 07:06 PM (IST) Updated:Fri, 22 May 2020 06:15 AM (IST)
बैडा बैडवाल और पाड़ासों सेरा के ग्रामीणों को मिला सड़क का तोहफा
बैडा बैडवाल और पाड़ासों सेरा के ग्रामीणों को मिला सड़क का तोहफा

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : बाराकोट विकास खंड के बैडा बैडवाल गांव के लोगों का सड़क का सपना पूरा हो गया है। बैडा बैडवाल से पाड़ासों सेरा तक लगभग 10 किमी सड़क कटान का काम शुरू हो गया है। सड़क का निर्माण कार्य शुरू होने पर क्षेत्र में लोगों ने खुशी जताई और एक दूसरे का मुंह मीठा कर विधायक एवं जिला पंचायत अध्यक्ष का आभार जताया।

आजादी के बाद से ही क्षेत्र के लोग सड़क सुविधा की मांग कर रहे थे। सड़क को लेकर कई बार लोगों ने आंदोलन भी किया। ग्राम प्रधान मीनाक्षी जोशी एवं नवीन जोशी ने बताया कि जनता के सहयोग एवं समर्पण से अब बैडा बैडवाल से पाड़ासों सेरा तक सड़क कटान का काम शुरू हो गया है। सड़क निर्माण होने से भनखोला, चमनपुर, तल्ली बैडा, ढांण, निगालीगाड़ आदि गांव विकास की मुख्य धारा से जुड़ जाएंगे। उन्होंने बताया कि विधायक पूरन सिंह फत्र्याल एवं जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय एवं विधायक प्रतिनिधि प्रकाश राय के सहयोग से सड़क निर्माण का कार्य शुरू हो सका है। बुधवार को सड़क काटने का काम शुरू किया गया। गुरुवार को लोगों ने सड़क कटान का काम शुरू होने पर मिष्ठान वितरित किया।

========= सड़क बनने से रुकेगा पलायन

लोहाघाट : बैडा बैडवाल से पाड़ासों सेरा सड़क बनने के बाद क्षेत्र के गांवों में हो रहा पलायन रुकेगा। अब तक सड़क न होने से यहां के आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोग पलायन कर चुके हैं। बाजार न मिलने से सैकड़ों काश्तकारों ने फलोत्पादन एवं सब्जी उत्पादन भी छोड़ दिया है। उम्मीद है कि सड़क बनने के बाद गांवों से होने वाले पलायन पर अंकुश लगेगा और लोग एक बार फिर खेती करना शुरू कर देंगे। ग्राम प्रधान मीनाक्षी जोशी ने बताया कि बकरी पालन, मौन पालन, मछली पालन कुक्कुट पालन आदि को भी इससे बढ़ावा मिलेगा। ======== इन लोगों ने किया सड़क के लिए लंबा संघर्ष

लोहाघाट : बैडा बैडवाल-पाड़ासों सेरा सड़क निर्माण की मांग को लेकर गांवों की कई पीढि़यों ने अपनी ताकत झोंक दी लेकिन ग्रामीणों की मांग को हमेशा नजरअंदाज कर दिया गया। अब जबकि जन प्रतिनिधियों के सहयोग से सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, क्षेत्र के लोग स्वयं को बड़भागी मानने लगे हैं। जिन लोगों ने सड़क निर्माण को लेकर संघर्ष किया उनमें शेर सिंह अधिकारी, विक्रम सिंह, देव सिंह बिष्ट, घनश्याम जोशी, गणेश दत्त जोशी, पूर्णानंद जोशी, भुवन पंत, गोविंदी जोशी, माधवी जोशी, खिलानंद पंत, गोपाल पंत, चूड़ामणि जोशी, केसर सिंह अधिकारी, लक्ष्मण सिंह अधिकारी, उमेद सिंह अधिकारी,देव सिंह बिष्ट, प्रमोद जोशी, महेश पंत आदि प्रमुख हैं।

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