हाथ छोड़कर खतरनाक पहाड़ियों पर बाइक चलाता है येे युवा

हाछ छोड़कर बाइक चलाने वाले चंपावत निवासी नवीन कार्की अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने की तैयारी में जुट चुके हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Wed, 22 Nov 2017 05:17 PM (IST) Updated:Wed, 22 Nov 2017 08:58 PM (IST)
हाथ छोड़कर खतरनाक पहाड़ियों पर बाइक चलाता है येे युवा
हाथ छोड़कर खतरनाक पहाड़ियों पर बाइक चलाता है येे युवा

बागेश्वर, [जेएनएन]: हैंड फ्री बाइकिंग के लिए मशहूर चंपावत के नवीन सिंह कार्की अब गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराना चाहते हैं। साथ ही उत्तराखंड की प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए सरकार का सहयोग चाहते हैं। 

बागेश्वर में पत्रकारों से बातचीत में बाइक राइडर नवीन कार्की ने कहा कि पहाड़ में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। यहां ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने असंभव काम किए हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में उनको वह मुकाम हासिल नहीं हो पाया, जो होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वह ऐसी प्रतिभाओं की मदद करेंगे और उनकी प्रतिभा को सबके सामने लेकर आएंगे। 

चंपावत के खर्ककार्की गांव निवासी नवीन कार्की ने बताया कि उनके इस हुनर के लिए साल 2012 में उनका नाम लिम्का बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड के लिए चयनित किया गया। जबकि इंडिया और एशिया बुक के लिए भी उनका नाम पूर्व में चयनित हो चुका है। लेकिन अब उनका मकसद गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराना है। 

कार्की का कहना है कि पर्वतीय क्षेत्रों में अलग अलग हुनर रखने वाली प्रतिभाओं का नाम गिनीज बुक में दर्ज कराने के लिए सरकार को भी मदद करनी चाहिए। कार्की ने साल 2009 में देहरादून-मसूरी का 70 किमी और वर्ष 2011 में चंपावत से घाट तक का सफर हाथ छोड़कर बाइक चलाकर तय किया। 

आश्चर्यचकित होकर देखते रहे लोग 

बागेश्वर की खतरनाक सड़कों पर जब नवीन कार्की ने हाथ छोड़कर बाइक चलाई तो सब देखते ही रह गए। उन्होंने चार से पांच किमी तक बाइक चलाई। इस दौरान हेलमेट के अलावा कोई भी सुरक्षा उनके पास नहीं थी। जहां से वह गुजर रहे थे लोग तालियां बजा रहे थे। 

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