रक्षित पर थी भैसाड़ी और ध्याड़ी के लोगों को उम्मीदें

संवाद सहयोगी, दन्यां: ग्राम पंचायत भैसाड़ी के समीप बिरकोला ग्राम पंचायत के खैरानी तोक निवासी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 May 2018 07:00 AM (IST) Updated:Sat, 26 May 2018 07:00 AM (IST)
रक्षित पर थी भैसाड़ी और ध्याड़ी के लोगों को उम्मीदें
रक्षित पर थी भैसाड़ी और ध्याड़ी के लोगों को उम्मीदें

संवाद सहयोगी, दन्यां: ग्राम पंचायत भैसाड़ी के समीप बिरकोला ग्राम पंचायत के खैरानी तोक निवासी कैप्टन रक्षित भैसोड़ा के निधन का समाचार सुनते ही समूचे क्षेत्रवासी स्तब्ध रह गये हैं। कम उम्र में रक्षित भैसोड़ा द्वारा भारतीय सेना में अधिकारी बन जाने पर उनके गांव खैरानी भैसाड़ी सहित समूचे क्षेत्रवासी स्वयं को गौरवान्वित समझते थे। उसके असमय चले जाने का समाचार किसी को भी सच प्रतीत नहीं हो रहा है।

रक्षित भैसोड़ा के चाचा हरीश सिंह, चाची चंद्रा देवी, मुन्नादेवी और बहादुर सिंह कल ही बदहवास स्थिति में हल्द्वानी चले गए थे। न्याय पंचायत ध्याड़ी क्षेत्र की समस्त एक दर्जन ग्राम पंचायतों के लोगों को इस दु:खद समाचार ने बुरी तरह से रूला दिया है। रक्षित भैसोड़ा के परिवार के ही राजेंद्र सिंह भैसोड़ा, लाल सिंह भैसोड़ा सहित ध्याड़ी के सामाजिक कार्यकर्ता आनन्द सिंह अन्नू, मान सिंह भैसोड़ा, गिरीश सिंह, नैन सिंह, लाल सिंह गैड़ा, दलीप सिंह गैड़ा, मदन सिंह भैसोड़ा, मदन गैड़ा सहित दर्जनों लोगों की आंखों में आंसू थे। उन्होंने बताया आज से 6 साल पूर्व जब रक्षित ने कमीशन प्राप्त किया था तो इस क्षेत्र के लोगों को लगा था जैसे उनका अपना बेटा ही सेना का अधिकारी बना हो। आज आकस्मिक मौत की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। ============ रक्षित से युवा पीढ़ी हुई प्रेरित

दन्यां: पूर्व जिला पंचायत सदस्य 90 वर्षीय बिशन सिंह गैड़ा रक्षित भैसोड़ा के असमय चले जाने पर काफी दु:खी नजर आये। उन्होंने रक्षित को ध्याड़ी क्षेत्र का उदीयमान लाल बताते हुए कहा कि उसकी मेहनत, लगन और कम उम्र में इस मुकाम तक पहुंचने से युवा पीढ़ी काफी प्रेरित हुई है। उसका असमय चला जाने से समूचे क्षेत्र की अपूर्णनीय क्षति हुई है।

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