देर शाम वाराणसी में झमाझम बरसात, बादलों की आवाजाही से पूर्वांचल में राहत Varanasi news

देर शाम वाराणसी में झमाझम बरसात शुरु हो गई पूर्वांचल में दो दिनों से बादलों की आवाजाही शुरु होने से अब तल्‍ख गर्मी से लोग राहत महसूस कर रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 20 Jun 2019 11:15 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jun 2019 08:00 PM (IST)
देर शाम वाराणसी में झमाझम बरसात, बादलों की आवाजाही से पूर्वांचल में राहत Varanasi news
देर शाम वाराणसी में झमाझम बरसात, बादलों की आवाजाही से पूर्वांचल में राहत Varanasi news

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में दो दिनों से बादलों की आवाजाही शुरु होने से अब तल्‍ख गर्मी से लोग राहत महसूस कर रहे हैं। दो दिनों से मौसम का रुख ठंडा होने की वजह से तापमान में भी गिरावट आई है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इस प्रकार अधिकतम तीन और न्‍यूनतम एक डिग्री सामान्‍य से तापमान अधि‍क दर्ज किया गया। जबकि आर्द्रता अधिक‍तम 46 और न्‍यूनतम 35 फीसद दर्ज किया गया।

देर शाम झूमकर बरसे बादल

देर शाम वाराणसी सहित कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी करीब साढे सात बजे शुरु हुई जो काफी देर तक जारी रही। झमाझम बरसात होने से लोगों ने जहां राहत की सांस ली है वहीं मौसम बदलने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अब तापमान में गिरावट तो आएगी ही साथ ही उमस में बढोतरी होगी। 

दिन भर मौसम रहा ऐसा

गुरुवार की सुबह आसमान में बादलों की आवाजाही हुई हालांकि थोड़ी देर में बादल छंट भी गए। मौसम का रुख बदलने की वजह से सुबह और शाम ठंडी हवाओं का भी रुख रहा। दोपहर तक आसमान में बादलों की आवाजाही भी बनी रही। धूप खिली तो लोग पसीना पसीना भी हुए। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पहाड़ों पर बर्फबारी और पूर्वी हवाओं के असर से बादलों के आवाजाही की सूरत बना रही हैं। यह हालात पूर्वांचल में प्री मानसूनी परिस्थितियां बना रही हैं जिससे आने वाले दिनों में बूंदाबांदी भी होने की संभावना है। 

मानसून का अब भी इंतजार

मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान की वजह से मानसून देर से इस बार आ रहा है। पहले ही मानसून सप्‍ताह भर की देरी से आ रहा था अब मानसून करीब दस दिन की देर से आने की संभावना जताई जा रही है। अमूमन पूर्वांचल में मानसून 18 जून को आ जाता था मगर मानसून इस बार जून के आखिर तक पूर्वांचल में दस्‍तक देने की उम्‍मीद जताई जा रही है। बीते 48 घंटों से मानसून के रुख में कोई परिवर्तन न होने की वजह से किसानों के माथे पर अब चिंता की लकीरें खिंचने लगी हैं।  

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