UP Board 2021 : वाराणसी में 90 फीसद में ही सिमट गए इंटर के विद्यार्थी

बोर्ड ने हाईस्कूल की तुलना में इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को कम नंबर दिया है। कहा कि हमारे यहां इंटर की मेधावी छात्रा पूर्णिमा बेनवंशी को हाईस्कूल में 90 फीसद अंक मिले थे। जनपद के कई विद्यालयों का रिजल्ट शतप्रतिशत रहा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:20 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 07:20 AM (IST)
UP Board 2021 : वाराणसी में 90 फीसद में ही सिमट गए इंटर के विद्यार्थी
यूपी बोर्ड : औसत अंक पर आधारित रिजल्ट में चढ़ा उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का ग्राफ

वाराणसी, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट इस बार उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का ग्राफ निसंदेह चढ़ा रहा। जनपद के कई विद्यालयों का रिजल्ट शतप्रतिशत रहा। वहीं जिन विद्यालयों में दो-चार विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए हैं। उन्होंने प्रायोगिक परीक्षा छोड़ दी है। दूसरी ओर हाईस्कूल के विद्यार्थी इस बार 95 फीसद तक अंक पाने में कामयाब हुए हैं। जबकि जनपद में इंटर में सर्वाधिक 90 फीसद में ही छात्र सिमट गए हैं।

जबकि वर्ष 2020 की हाईस्कूल में बलदेव इंटर कालेज (बड़ागांव) के धीरज पटेल 92.83 तथा इंटर में शिवचरण स्मारक इंटरमीडिएट कालेज (मेहदीगंज-राजातालाब) के अक्षय कुमार 87.80 अंक पाकर शीर्ष पर रहे हैं। वर्ष 2021 में परीक्षाएं निरस्त होने के कारण बोर्ड ने पिछली कक्षाओं के औसत अंक के आधार पर हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट जारी किया था। ऐसे में वर्ष 2019 की हाईस्कूल की परीक्षा में 90 फीसद से अधिक पाने वाले विद्यार्थी इस बार इंटर में भी 90 फीसद से अधिक अंक मिलने की आस लगाए हुए थे। रिजल्ट जारी होने के बाद ऐसे छात्रों की आस टूट गई। इस प्रकार औसत अंक के आधार पर जारी रिजल्ट में इंटर के विद्यार्थियों को झटका लगा है।

बोर्ड ने हाईस्कूल की तुलना में इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को कम नंबर दिया

कस्तूरबा बालिका इंटर कालेज की प्रधानाचार्य सुधा सिंह का कहना है कि बोर्ड ने हाईस्कूल की तुलना में इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को कम नंबर दिया है। कहा कि हमारे यहां इंटर की मेधावी छात्रा पूर्णिमा बेनवंशी को हाईस्कूल में 90 फीसद अंक मिले थे। वहीं कक्षा-11 की अर्धवार्षिक व वार्षिक तथा कक्षा-12 की अर्धवार्षिक व प्री-बोर्ड में भी पूर्णिमा बेनवंशी ने 90 फीसद से अधिक अंक हासिल की थी। वहीं इंटर में उसे महज 77 फीसद अंक मिले हैं। यह तो एक बानगी है। इंटर के रिजल्ट को लेकर जनपद के तमाम विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की कुछ इसी प्रकार से प्रतिक्रिया है।

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