कांग्रेस की बैठक में पदाधिकारियों के बीच कहासुनी, क्रमबद्ध चलने वाले आंदोलन की रूपरेखा स्पष्ट न होने से थी नाराजगी

आगामी पांच से 15 नवंबर तक होने वाली प्रदेशव्यापी जनांदोलन की तैयारी व रणनीति के लिए मैदागिन स्थित पार्टी कार्यालय में सोमवार को बैठक हुई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 04 Nov 2019 09:34 PM (IST) Updated:Tue, 05 Nov 2019 08:10 AM (IST)
कांग्रेस की बैठक में पदाधिकारियों के बीच कहासुनी, क्रमबद्ध चलने वाले आंदोलन की रूपरेखा स्पष्ट न होने से थी नाराजगी
कांग्रेस की बैठक में पदाधिकारियों के बीच कहासुनी, क्रमबद्ध चलने वाले आंदोलन की रूपरेखा स्पष्ट न होने से थी नाराजगी

वाराणसी, जेएनएन। आगामी पांच से 15 नवंबर तक होने वाली प्रदेशव्यापी जनांदोलन की तैयारी व रणनीति के लिए मैदागिन स्थित पार्टी कार्यालय में सोमवार को बैठक हुई। इसमें प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रभारी पूर्वी जोन वीरेंद्र चौधरी, प्रदेश महासचिव विश्वविजय सिंह, प्रदेश सचिव व प्रभारी वाराणसी जनपद शहनवाज आलम ने आंदोलन पर प्रकाश डाला। इस दौरान पदाधिकारियों के बीच जमकर कहासुनी हुई।

आंदोलन की रूपरेखा को लेकर अब तक हुई तैयारियों को नाकाफी बताते हुए प्रमोद पांडेय व डा. उमापति उपाध्याय के बीच बहस होने लगी थी। बाद में पदाधिकारियों ने मध्यस्थता करते हुए दोनों नेताओं को शांत किया। बैठक में वीरेंद्र चौधरी ने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को आंदोलन की जिम्मेदारियां सौंपी। बताया की यह आंदोलन का मुख्य ध्येय भाजपा सरकार की आर्थिक लूट की नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरना है। किसानों पर हो रहे अत्याचार, ढहती अर्थव्यवस्था, ध्वस्त कानून व्यवस्था, बिजली दर वृद्धि आदि मुद्दे पर केंद्र व प्रदेश सरकार को घेरा जाएगा। क्रम बद्ध तरीके से 10 दिवसीय यह आंदोलन आगे बढ़ेगा। बैठक की अध्यक्षता कर रहे निर्वतमान महानगर अध्यक्ष सीताराम केसरी ने कहा कि फ्रंटल संगठनों व पार्टी पदाधिकारियों को सूची बनाकर जिम्मेदारी सौंप दी गयी है। बैठक में रामनगर पालिका परिषद की अध्यक्ष रेखा शर्मा, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, प्रमोद पांडेय, राजेश्वर सिंह पटेल, वीरेंद्र कपूर, मणीन्द्र मिश्रा, डा. जितेंद्र सेठ, मीरा तिवारी, ऋतु पांडेय, मनीष चौबे, विश्वनाथ कुंवर, अनिल श्रीवास्तव अन्नू आदि मौजूद थे। संचालन प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस राघवेंद्र चौबे ने किया।

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