काशी आनंद : बिहार की कला और संस्कृति से सुवासित हुआ गंगा तट

वाराणसी में काशी के विख्यात डॉ. राजेन्द्र प्रसाद घाट पर कलाकारों के उम्दा प्रदर्शन से देशी-विदेशी सैलानियों ने काशी आनंद में लुत्फ उठाया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 May 2018 12:48 PM (IST) Updated:Sun, 20 May 2018 01:04 PM (IST)
काशी आनंद : बिहार की कला और संस्कृति से सुवासित हुआ गंगा तट
काशी आनंद : बिहार की कला और संस्कृति से सुवासित हुआ गंगा तट

वाराणसी : काशी के विख्यात डॉ. राजेन्द्र प्रसाद घाट पर कलाकारों के उम्दा प्रदर्शन से देशी-विदेशी सैलानी संग काशीवासी विभोर रहे। मन- मिजाज को शाति व सुकून देने वाले गीत-संगीत व नृत्य से जहा कलाकारों ने बिहार की लोक संस्कृति को उजागर किया वहीं श्रोताओं के मन में उल्लास व उमंग का संचार भी। अच्छे लोग हैं लेकिन ढूंढना जरूरी

'काशी आनंद' उत्सव में बिहार प्रात की प्रस्तुतियों का आगाज पाश्‌र्र्व गायक डॉ. विजय कपूर की गायिकी से हुआ। विजय ने गीत 'अपना बिहार अनुपम इस जग से न्यारा है' पेश कर अच्छी शुरुआत की। तदनंतर गत दिनों फ्लाईओवर हादसे में मारे गए लोगों को समर्पित गीत 'सज-धज कर जब मौत की शहजादी आएगी, न सोना काम आएगा न चादी आएगी.' सुनाकर श्रोताओं को जीवन की सचाई का संदेश दिया। विजय के एक अन्य गीत 'अच्छे लोग हैं लेकिन ढूंढना जरूरी है' भी श्रोताओं को भरपूर रास आया। अंत में सुख नहीं.गीत से अपने सुरों को विराम दिया। विजय ने गीतों से सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार किया। उनके साथ तबले पर अंकित कुमार सिंह व साइड रिदम पर संजय श्रीवास्तव की संगत सराहनीय रही। योगी का शखनाद व जयशकर की रचना

उत्सव के दौरान पं. राम जनम योगी का शखनाद चर्चा में रहा। रामजनम ने काफी देर तक शखनाद कर माहौल को आदोलित किया। श्रोताओं ने शखनाद को भरपूर सराहा। कवि डा. जय शकर जय ने ग्रामीण समस्याओं पर केंद्रित स्वरचित रचना सधे अंदाज में पेश कर वाहवाही लूटी। अंत में माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी द्वय डा. जितेंद्र सिंह व डा. राजेश यादव ने कलाकारों को प्रमाण पत्र भेंट किया। इस दौरान मनोज झा, गीतकार डा. कन्हैया दुबे, ज्योति झा, उमा गुप्ता व दिनेश कुमार गुप्ता आदि रहे। संचालन राजेश त्रिपाठी ने किया। वीडियो बनाने में मशगूल रहे सैलानी

घाट पर घूमने आए विदेशी सैलानियों ने सीढि़यों पर बैठकर कार्यक्रम का लुत्फ उठाया। वीडियो बनाने के साथ प्रस्तुतियों की तस्वीरें कैद की। देशी पर्यटक भी पीछे नहीं रहे। पर्यटकों ने उत्सव का आनन्द उठाया और पूरे समय वीडियोग्राफी की।

chat bot
आपका साथी