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Gorakhpur Zoo: इटावा लायन सफारी से आ रहे दो बब्बर शेर भरत और गौरी, आज पहुंचेंगे गोरखपुर जू

मरियम की मौत के बाद गोरखपुर चिड़ियाघर के बाड़े में सिर्फ एक बब्बर शेर पटौदी ही दर्शकों के लिए बाड़े में बचा था। इनकी संख्या बढ़ाने के लिए चिड़ियाघर की टीम कई बार प्रयास की लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। लेकिन प्रदेश सरकार की पहल पर दो बब्बर शेराें को लाने में सफलता मिली। निर्देश मिलते ही टीम इटावा लायन सफारी के लिए रवाना हुई।

By Jitendra Pandey Edited By: Vivek Shukla Published: Fri, 24 May 2024 08:47 AM (IST)Updated: Fri, 24 May 2024 08:47 AM (IST)
बाएं से बब्बर शेर भरत और शेरनी गौरी l सौ. चिड़ियाघर प्रशासन

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) में बब्बर शेरों का कूनबा बढ़ने वाला है। चिड़ियाघर की टीम इटावा लायन सफारी से बब्बर शेर भरत और गौरी को लेकर आ रही है।

शुक्रवार की सुबह टीम यहां पहुंच जाएगी। इसके बाद दोनों को चिड़ियाघर के क्वारंटीन सेल में रखा जाएगा। समय पूरा होने के बाद दोनों को दर्शकों के दीदार के लिए बाड़े में छोड़ा जाएगा।

मरियम की मौत के बाद चिड़ियाघर के बाड़े में सिर्फ एक बब्बर शेर पटौदी ही दर्शकों के लिए बाड़े में बचा था। इनकी संख्या बढ़ाने के लिए चिड़ियाघर की टीम कई बार प्रयास की लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। लेकिन प्रदेश सरकार की पहल पर दो बब्बर शेराें को लाने में सफलता मिली।

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निर्देश मिलते ही टीम इटावा लायन सफारी के लिए रवाना हुई। इटावा में सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल पर वर्ष 2018 में ही गुजरात के सक्करबाग चिड़ियाघर से गोरखपुर प्राणी उद्यान के लिए सात बब्बर शेर लाए गये थे। जिन्हें इटावा सफारी पार्क में रखा गया था। वर्ष 2021 फरवरी में चिड़ियाघर के शुभारंभ पर सात शेरों में से दो मरियम और पटौदी को वहां से लाया गया।

इसमें मरियम की उम्र अधिक होने के बाद भी वह तीन वर्ष तक अपनी दहाड़ से दर्शकों का मनोरंजन करती रही। दिसंबर 2023 में तबीयत खराब होने के बाद उसे नाइट सेल में रख दिया गया और बाद में उसकी मौत हो गई। इसके बाद से ही शेर का बाड़ा खाली हो गया था।

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वन्यजीव चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया की गर्मी को देखते हुए दोनों बब्बर शेरों को रात के समय लाया जा रहा है। शुक्रवार की सुबह तक ये चिड़ियाघर में पहुंच जाएंगे। लाए जाने वाले बब्बर शेरों में भरत की उम्र पांच वर्ष है और गौरी की उम्र सात वर्ष है।

दोनों ही स्वस्थ हैं और दोनों को अलग-अलग वाहन से लाया गया है। इनके रहने की व्यवस्था नए तरीके से की गई है, जिससे की शुरुआती दिनों में इन्हें कोई दिक्कत न हो। आमतौत पर एक शेर की उम्र 14 से 16 वर्ष के बीच होती है।

इटावा लायन सफारी से दो बब्बर शेरों को लेकर आर रही टीम सुबह के समय चिड़ियाघर पहुंचेगी। यहां आने के बाद इनकी चिकित्सकीय जांच के बाद पहले क्वारंटीन सेल में रखा जाएगा। समय पूरा होने के बाद दोनों को दर्शकों के लिए बाड़े में छोड़ा जाएगा। इनके आने के बाद बब्बर शेरों की संख्या तीन हो जाएगी।- विकास यादव, निदेशक, चिड़ियाघर।


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