भूमि का उचित मुआवजा न मिलने से किसानों का फूटा गुस्सा, प्रशासन की मनाई तेरहवीं
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे में अधिग्रहण की गई किसानों की भूमिका का उचित मुआवजा न मिलने से किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है।
आजमगढ़, जेएनएन। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे में अधिग्रहण की गई किसानों की भूमि का उचित मुआवजा न मिलने से किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। धरने के 13वें दिन गुस्साए 39 गांव के किसानों ने प्रशासन की तेरहवीं की। किसानों ने क्षेत्रों के लोगों को खाना भी खिलाया। इस दौरान किसानों ने मांग पूरी न होने पर दो सितंबर को एनएच 233 पर पगड़ी व लाठी के साथ सड़क पर उतरने की चेतावनी दी। अतरौलिया क्षेत्र से गोरखपुर ¨लक एक्सप्रेस-वे एनएच 233 गुजरी है। जिसमें सैकड़ों किसानों की भूमि अधिग्रहण कर ली गई है।
उधर, उचित मुआवजा न मिलने से नाराज 39 गांव के किसान पिछले 13 दिनों से धरने पर बैठे हैं लेकिन जिला प्रशासन द्वारा किसानों की सुध नहीं ली गई। इससे क्षुब्ध किसानों ने जिला प्रशासन को मृत मानते हुए दाह संस्कार किया। इसके साथ ही सिर का मुंडन कराकर घाट किया। इसके बाद धरने के 13वें दिन तेरहवीं करते हुए 13 ब्राह्मणों को भोजन कराकर वस्त्र व धातु दान किया। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में किसानों को खाना खिलाया। मंच पर उपस्थित क्षेत्रीय विधायक डॉ. संग्राम यादव ने कहा कि सरकार का असली चेहरा सबके सामने आ गया है। यह धरना यह साबित कर दिया कि यह सरकार पूंजीपतियों की हाथ की कठपुतली है। इस सरकार में किसानों का कोई अस्तित्व नहीं है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के फैजाबाद मंडल अध्यक्ष फूलचंद यादव ने कहा कि सरकार हाई-वे के नाम पर उद्योगपतियों के हाथ जमीन देकर किसानों के साथ धोखा कर रही है। इस मौके पर मुख्य रूप से देव नारायण मिश्रा, राजीव रंजन पांडेय, जगदीश पांडेय, वेद प्रकाश उपाध्याय, रामप्यारी यादव, धनानंद गिरी व प्रधान संदीप ¨सह सहित आदि उपस्थित थे।
दलगत सीमा टूटी तेरहवीं में सभी राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारियों की जुटान हुई। पूर्व ब्लाक प्रमुख चंद्रशेखर यादव, जिला पंचायत सदस्य चंद्रजीत यादव तथा जिला पंचायत सदस्य शीतला निषाद, कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष हवलदार सिंह, यदुनाथ ¨सह तथा सीपीएम नेता वेद प्रकाश उपाध्याय व रामपाल यादव सहित कई समाजसेवी लोग भी उपस्थित थे।
प्रशासन ने डायवर्ट किया रूट : किसानों द्वारा गदनपुर तिराहे पर आयोजित तेरहवीं को लेकर प्रशासन ने भी कमर कस ली। प्रशासन ने रूट डायवर्जन करते हुए अतरौलिया के मदियापार मोड़ को पूरी तरह सील कर दिया। इस रास्ते से जाने वाली गाड़ियां अतरौलिया मदियापार मोड़ से घूम कर भोराजपुर बाईपास होते हुए बांसगांव निकल कर आजमगढ़ की तरफ जा रही थीं।