बलिया में मां-बेटी हत्याकांड की जांच को अहिरौली गांव पहुंचे डीआइजी, तीन नामजद आरोपित हिरासत में

बलिया के भीमपुरा थाना के अहिरौली गांव में मां-बेटी की हत्या के 24 घंटे बाद शनिवार दोपहर मामले की जांच को आजमगढ़ डीआईजी सुभाषचंद्र दुबे भी पहुंच गए और घटनास्थल का मुआयना कर एसपी को कार्रवाई हेतु आवश्यक निर्देश दिया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 05:57 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 05:57 PM (IST)
बलिया में मां-बेटी हत्याकांड की जांच को अहिरौली गांव पहुंचे डीआइजी, तीन नामजद आरोपित हिरासत में
डीआईजी सुभाषचंद्र दुबे ने घटनास्थल का मुआयना कर एसपी को कार्रवाई हेतु आवश्यक निर्देश दिया।

बलिया, जेएनएन। भीमपुरा थाना के अहिरौली गांव में मां-बेटी की हत्या के 24 घंटे बाद शनिवार दोपहर मामले की जांच को आजमगढ़ डीआईजी सुभाषचंद्र दुबे भी पहुंच गए और घटनास्थल का मुआयना कर एसपी को कार्रवाई हेतु आवश्यक निर्देश दिया। डीआइजी ने मामले को कई नजरिए जांच करने का निर्देश देते हुए जागरण को बताया कि हत्याकांड को लेकर मृतक के पुत्र के लिखित तहरीर पर चार के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला फिलहाल 2018 में हुए मारपीट के विवाद का परिणाम दिख रहा है। बावजूद इसके कई नजरिए से इसकी जांच की जा रही है। हत्याकांड के चार नामजद मुकदमे के तीन आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। डीआइजी ने कहा कि हत्याकांड में कोई निर्दोष न फंसे इसका भी ख्याल रखा जा रहा है। जल्द ही पूरा मामला खुल जायेगा।

डीआइजी के पहुंचने के बाद परिजनों व ग्रामिणों को मामले में जल्द ही कार्रवाई की उम्मीद जगी है। इसके पूर्व शनिवार की सुबह ही एसपी देवेंद्र नाथ भी मौके पर पहुंचकर भीमपुरा थाना समेत जांच टीम को आवश्यक निर्देश दिया था। पुलिस मौके से मिले मोबाइल के कालडिटेल्स के आधार भी जांच कर रही है। शुक्रवार को ही पुलिस ने गांव के ही चार युवकों को हिरासत में ले लिया था। लेकिन अभी तक पुलिस मामले का खुलासा नहीं कर सकी है। इधर घटना के बाद शुक्रवार को मृतक मां-बेटी के परिजनों का इंतजार किए बगैर पुलिस द्वारा शव को जबरन जिला अस्पताल ले जाने के प्रयास के खिलाफ लोगों में जबरदस्त नाराजगी व्याप्त है।

आरोप है कि मृतका के वाराणसी काम करने वाले पति एवं पुत्रों के आने तक का पुलिस ने इंतजार नहीं किया। जिसके कारण शुक्रवार की शाम को कुछ महिलाओं ने विरोध भी किया। बाद में पुलिस अधिकारियों के कार्रवाई के आश्वासन के बाद पुलिस देर रात किसी तरह शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। डीआइजी के आने की सूचना पर शनिवार की सुबह से ही पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र नाथ ने घटनास्थल पर डटे रहे और घटनास्थल का हर एंगिल से निरीक्षण किया। एसपी ने गांव के लोगों से पूछताछ करने को भीमपुरा थानाध्यक्ष शिवमिलन व सीओ रसड़ा केपी सिंह को आवश्यक निर्देश दिए। मालूम हो कि गुरुवार की देर रात्रि किसी ने वीरेंद्र राम की पत्नी सुरजावती (55) व बेटी रानी (22) की सिर कूचकर हत्या कर दी और उनका शव मड़ई में चारपाई पर मिला था। 

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