राम मंदिर निर्माण में 'गिलहरी के कंकड़' की तरह याद किया जाएगा नन्ने-मुन्नों का गुल्लक

सीताहरण होने के बाद भगवान राम को लंका तक पहुंचने के लिए जैसे गिलहरी ने राम सेतु बनवाया था ठीक उसी तरह नगर के बच्चों ने भी राम मंदिर निर्माण की ठान ली है। कैलाशपुरी के शिव मंदिर परिसर में मंगलवार को बच्चों ने अपना गुल्लक दान किया।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Tue, 09 Feb 2021 12:48 PM (IST) Updated:Tue, 09 Feb 2021 12:48 PM (IST)
राम मंदिर निर्माण में 'गिलहरी के कंकड़' की तरह याद किया जाएगा नन्ने-मुन्नों का गुल्लक
मंदिर निर्माण के लिए बच्चों ने जो अपना गुल्लक दान किया है वह सदैव याद किया जाएगा।

चंदौली, जेएनएन। सीताहरण होने के बाद, भगवान राम को लंका तक पहुंचने के लिए जैसे गिलहरी ने राम सेतु बनवाया था ठीक उसी तरह नगर के बच्चों ने भी राम मंदिर निर्माण की ठान ली है। कैलाशपुरी के शिव मंदिर परिसर में मंगलवार को बच्चों ने अपना गुल्लक दान किया। बच्चों ने कहा कि गिलहरी राम सेतु बनवा सकती है तो क्या हम बच्चे राम मंदिर निर्माण में सहयोग नहीं कर सकते। मंदिर निर्माण के लिए बच्चों ने मनपसंदीदा गुल्लक दान कर दिया।

कार्यक्रम में आरएसएस के प्रांत प्रचारक रमेश व जिला प्रचारक जगदीश मौजूद रहे। प्रांत प्रचारक का कहना था कि मंदिर निर्माण के लिए बच्चों ने जो अपना गुल्लक दान किया है वह सदैव याद किया जाएगा। जैसे आज भी राम सेतु निर्माण में गिलहरी के सहयोग को याद किया जाता है। ठीक उसी तरह इन बच्चों की ओर से दान किया गया गुल्लक भी याद किया जाएगा।

राम सेतु निर्माण में गिलहरी उन कंकड़ों को नहीं डालती तो फेंके गए सारे पत्थर इधर-उधर बिखरे रहते। गिलहरी द्वारा फेंका गया हर कंकड़ बड़े पत्थरों को आपस में जोड़ने का काम किया था। ठीक उसी तरह बच्चों के गुल्लक से मिली धनराशि मंदिर निर्माण की नींव मजबूत करेगी। भाजपा नेता राणा प्रताप सिंह का कहना है कि बच्चों का उत्साह, समर्पण व जुनून देखने लायक है। गुल्लक दान करने वालों में यश, पार्थ, श्लोक, कवीर, जानवी, प्रियंसी, दिव्यशी, प्रगति, अनन्या, अंशिका, प्रेरित व रेयांश सहित सैकड़ों बच्चे मौजूद रहे।

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