Rafael : विंग कमांडर मनीष के बलिया के बकवां स्थित घर में उत्सव, बधाई देने वालों की कतार

फ्रांस से लड़ाकू विमान राफेल लेकर हिंदुस्तान की सरजमी पर उतरे विंग कामांडर मनीष सिंह के बलिया बंकवा स्थित घर में गुरुवार को भी उत्सव सरीखा माहौल रहा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 07:31 PM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 12:07 AM (IST)
Rafael : विंग कमांडर मनीष के बलिया के बकवां स्थित घर में उत्सव, बधाई देने वालों की कतार
Rafael : विंग कमांडर मनीष के बलिया के बकवां स्थित घर में उत्सव, बधाई देने वालों की कतार

बलिया, जेएनएन। फ्रांस से लड़ाकू विमान राफेल लेकर हिंदुस्तान की सरजमी पर उतरे विंग कामांडर मनीष सिंह के घर गुरुवार को भी उत्सव सरीखा माहौल रहा। सुबह से देर शाम तक विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक व स्वयंसेवी संगठनों के लोगों ने मनीष के घर पहुंचकर परिजनों को बधाई व शुभकामनाएं दीं।  राफेल संग मनीष की सफल व सुरक्षित उड़ान सम्पन्न होने पर बकवां में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया, जहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। गांव में चहुंओर खुशी का माहौल नजर आया। प्रशासन की ओर से एसडीएम बांसडीह दुष्यंत मौर्य सदल-बल विंग कमांडर मनीष के घर पहुंचकर उनके पिता मदन सिंह, माता उर्मिला देवी व भाई अनीष  सिंह से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी। इस दौरान एसडीएम ने मनीष  सिंह की शिक्षा-दीक्षा आदि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी हासिल की। कहा कि हम सभी को विंग कमांडर पर गर्व है। 

संपर्क न होने से परिवार के सदस्य चिंतित

विंग कमांडर मनीष सिंह से अब तक संपर्क न हो पाने से परिजन चिंतित दिखे। मनीष की मां उर्मिला देवी लगातार उनका मोबाइल फोन मिला रही हैं लेकिन स्विच ऑफ बता रहा है। छोटे भाई अनीष सिंह ने बताया कि फ्रांस से राफेल लेकर आने के बाद से भइया से संपर्क नहीं हो पा रहा है। परिवार के सभी सदस्य लगातार प्रयास में लगे हैं। मनीष के फौजी पिता मदन सिंह ने आशंका जताई कि सेना के किसी नियम के तहत मोबाइल बंद कराया गया होगा।

डीएम ने परिजनों से की बात, दी बधाई

जिलाधिकारी श्रीहरिप्रताप शाही ने विंग कमांडर मनीष सिंह के परिवार वालों से मोबाइल पर बात कर उन्हें बधाई दी। कहा कि हम सभी को मनीष सिंह पर गर्व है।

पिता ने बचपन से ही दी थी देशभक्ति शिक्षा

विंग कमांडर मनीष सिंह पर पूरा जिला इतरा रहा हैं। मनीष के राफेल लेकर फ्रांस से आने पर फौजी पिता मदन सिंह का सीना चौड़ा हो गया है। उनके पिता ने बताया कि मनीष को बचपन से ही देश सेवा की शिक्षा दी थी। सेना में अपनी तैनाती के दौरान मैं उसे अपने साथ ही रखा। पढ़ाई- लिखाई के दौरान ही मैंने उसे वायुसेना में जाने के लिए प्रेरित किया। इसके लिए कठिन परिश्रम भी मनीष ने किया था। आज उसकी कामयाबी पर पूरे देश को गर्व है।

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