यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए वाराणसी से भी क्लोन ट्रेन चलाने की योजना, अधिकारियों से फीडबैक मांगा

यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए वाराणसी से भी क्लोन ट्रेन चलाने की योजना है। सब कुछ ठीक रहा तो यहां से मुंबई और सूरत के बीच ट्रेन चलाने की सहमति बन सकती है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 08 Sep 2020 07:56 PM (IST) Updated:Tue, 08 Sep 2020 11:50 PM (IST)
यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए वाराणसी से भी क्लोन ट्रेन चलाने की योजना, अधिकारियों से फीडबैक मांगा
यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए वाराणसी से भी क्लोन ट्रेन चलाने की योजना, अधिकारियों से फीडबैक मांगा

वाराणसी, जेएनएन। यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए वाराणसी से भी क्लोन ट्रेन चलाने की योजना है। सब कुछ ठीक रहा तो यहां से मुंबई और सूरत के बीच ट्रेन चलाने की सहमति बन सकती है। कार्ययोजना तैयार करने से पहले रेलवे बोर्ड ने स्थानीय अधिकारियों से फीडबैक मांगा है।

गौरतलब है कि रेलवे बोर्ड के सीईओ विनोद कुमार यादव ने अत्यधिक दबाव वाले रूटों पर क्लोन ट्रेन चलाने पर चर्चा की थी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौटने लगी हैं। रेल और मेट्रो ट्रेनों का परिचालन भी धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं। पटरियों पर यात्री ट्रेनें लौटने लगी हैं। रेलवे यात्रियों को देखते हुए कई जोड़ी विशेष रेलगाडिय़ों को चलाने की घोषणा की है। 12 सितंबर से 80 नयी ट्रेनें चलायी जाएंगी, जिसको लेकर आरक्षण 10 सितंबर से शुरू होगा। इस बीच रेलवे के इतिहास में एक बड़ा बदलाव होने वाला है। रेलवे के इतिहास में पहली बार क्लोन ट्रेन चलाने की कवायद तेज हो गयी है।

दबाव वाले रूट का चयन

रेलवे उन रूटों पर क्लोन ट्रेनें चलाएगी जिसमें यात्रियों का भार ज्यादा हैं। यानी उन रूटों को प्राथमिकता दी जाएगी जिसमें वेटिंग लिस्ट लंबी है। अब सवाल उठता है कि क्लोन ट्रेन क्या होती हैं और ये सामान्य ट्रेनों से कैसे अलग हैं। दरअसल ये क्लोन ट्रेन विशेष ट्रेनों की ही क्लोन होंगी। इन ट्रेनों की गति तेज होगी। इन ट्रेनों का ठहराव सीमित स्टेशनों पर होगा। ऐसा इसलिए ताकी यात्रियों को उनके गंतव्य तक तेजी से पहुंचाया जा सके. क्लोन ट्रेनों में 3 श्रेणी के कोच को प्राथमिकता दी जाएगी। मौजूदा विशेष मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में इन क्लोन ट्रेन की स्पीड ज्यादा होगी।

रेलवे चेकिंग स्टॉफ पीओएस से लैस

रेलवे चेकिंग स्टॉफ भी कोरोना काल में पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन से लैस हो गया है। संक्रमण काल में यात्रियों से सुरक्षित लेनदेन की प्रक्रिया आसानी से होगी। इसके तहत लखनऊ स्थित मंडल कार्यालय से कैंट स्टेशन पर तैनात टिकट चल परीक्षक (टीटीई) के लिए 25 पीओएस मशीन भेजा गया है। इसके पूर्व कैशलेस की दिशा में कैंट रेलवे स्टेशन के बुकिंग व आरक्षण केंद्र में पीओएस मशीन लगाया गया था। ताकि किसी प्रकार के लेनदेन में यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। सीआईटी धर्मेंद्र मिश्रा ने बताया कि मुख्यालय से 25 पीओएस मशीनें उपलब्ध कराई गई है। जिसे टीईटी ट्रेन में साथ लेकर चलेंगे।

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