मौसम की मार से चितित हैं किसान, नहीं हो रही खरीद

जिले में धान खरीद की गति काफी धीमी होने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। कई-कई दिनों से केंद्रों पर धान लेकर खड़े किसान बारिश होने से चितित हैं। उन्हें चिता सता रही है कि कहीं ज्यादा बारिश हुई तो उनको काफी क्षति उठानी पड़ सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Jan 2022 07:31 PM (IST) Updated:Mon, 10 Jan 2022 07:31 PM (IST)
मौसम की मार से चितित हैं किसान, नहीं हो रही खरीद
मौसम की मार से चितित हैं किसान, नहीं हो रही खरीद

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले में धान खरीद की गति काफी धीमी होने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। कई-कई दिनों से केंद्रों पर धान लेकर खड़े किसान बारिश होने से चितित हैं। उन्हें चिता सता रही है कि कहीं ज्यादा बारिश हुई तो उनको काफी क्षति उठानी पड़ सकती है। उधर सलैया स्थित हाटशाखा में धान की खरीद दिन भर बंद रही। यहां के क्रय केंद्र प्रभारी ने फोन तक नहीं रिसीव किया। इससे किसान काफी परेशान और मायूस रहे। निराश किसान खरीद न होने से घर लौट गए।

सोनांचल में धान की पैदावार काफी अच्छी होती है। यहां के किसान बारिश आधारित खेती करते हैं फिर भी अच्छी खासी पैदावार करते हैं लेकिन जब धान की बिक्री का समय आता है तो किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। अन्न उगाने वाला किसान अपनी जरूरतों के लिए जब अन्न बेचने के लिए क्रय केंद्रों पर जाता है तो उसे काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। सोमवार को हाटशाखा राब‌र्ट्सगंज, मंडी समिति परिसर में किसान धान बेचने के लिए कतारबद्ध थे, लेकिन उन्हें इस बात का मलाल था कि काफी दिनों से खड़े होने के बाद भी उनका धान नहीं खरीदा जा रहा है। इससे किसानों में असंतोष है।

किसानों का कहना है कि यदि इसी तरह मौसम रहा और यदि बारिश हो गई तो उनकी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। ट्रैक्टर ट्रालियों पर बेचने के लिए लाया गया धान बर्बाद हो जाएगा। उधर लसड़ी गांव निवासी विकास सिंह ने बताया कि हाट शाखा सलैया सोमवार को पूरे दिन बंद रहा। इससे यहां खरीद नहीं हुई। इससे किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।

------------------------- पिछले 20 दिसंबर से धान लेकर मंडी समिति परिसर में खड़ा हूं। तीन बार टोकन निरस्त हो चुका है। 60 क्विंटल धान लेकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। यदि बारिश हो गई तो काफी क्षति होगी। ऐसे में जल्द धान नहीं खरीदा गया तो काफी परेशानी हो सकती है।

काशी सिंह, परसौना कला। 12 दिसंबर से 90 क्विंटल धान लेकर क्रय केंद्र पर आए हैं। पत्नी की तबियत खराब है। धान बेचने के बाद कुछ रुपये मिलें तो बीएचयू जाकर पत्नी का इलाज कराना है, लेकिन अब तक धान की खरीद न होने से परिवार में संकट का दौर चल रहा है। एक बार टोकन निरस्त हो गया है। अब कब धान की खरीद होगी कुछ कहा नहीं जा सकता।

राममूरत सिरपालपुर। क्रय केंद्रों पर कहने तो धान की खरीद की गति तेज हो रही है। 15 दिन से 60 क्विंटल धान लेकर हाट शाखा राब‌र्ट्सगंज पर खड़े हैं। कई बार क्रय केंद्र प्रभारी से खरीद के लिए कहा जा चुका है लेकिन धीमी गति से खरीद होने से परेशानी हो रही है।

बालम, बरइल। जिले में धान खरीद चल रही है लेकिन संबंधित नोडल अफसर किसानों को भाग्य भरोसे छोड़ दिये हैं। खरीद हो रही है कि नहीं इससे उन्हें शायद कोई मतलब ही नहीं है। इससे क्रय केंद्रों पर किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है। डीएम समेत उच्चाधिकारियों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

अभिषेक बहादुर सिंह, जैत।

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