मोबाइल पर क्यूआर कोड स्कैन कर पढ़े परिषदीय स्कूलों की किताबें

कोड को स्कैन कर मोबाइल के जरिए पढा जा सकेगा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Jul 2018 10:42 PM (IST) Updated:Tue, 24 Jul 2018 10:42 PM (IST)
मोबाइल पर क्यूआर कोड स्कैन कर पढ़े परिषदीय स्कूलों की किताबें
मोबाइल पर क्यूआर कोड स्कैन कर पढ़े परिषदीय स्कूलों की किताबें

सिद्धार्थनगर : बेसिक शिक्षा विभाग कक्षा एक से लेकर आठवीं तक की किताबों पर अब क्यूआर कोड लगाया है। इससे किताबों की नकली छपाई पर अंकुश लगेगा। वहीं इस कोड को स्कैन करके मोबाइल के जरिए पढ़ा जा सकेगा। क्यूआर कोड डालने के पीछे विभाग की मंशा है कि यूपी के कई जिलों में निजी प्रकाशकों द्वारा परिषद की किताबों की जाली प्रति छपवाकर बेचने की शिकायत पर शासन ने लिया है।

बेसिक शिक्षा विभाग की मानें तो किताबों के भीतर जो क्यूआर कोड लगाया गया है, उसे मोबाइल के जरिए स्कैन करते ही किताब और उसके प्रकाशक से जुड़ी सभी जानकारी मोबाइल पर उपलब्ध हो जाएगा। वहीं किताब में मौजूद पाठ को भी पढ़ा जा सकता है। अब कोई निजी प्रकाशक भले हूबहू इन किताबों की नकल उतार दे, लेकिन क्यूआर कोड की नकल नहीं उतारी जा सकती है। इस बार विद्यालयों में वितरण के लिए आई किताबें चार रंगों में छापी गईं हैं। इसके गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है। कक्षा आठवीं की गणित की किताब दो रंगों में मिलेगी। हालांकि विषय वस्तु में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है, इसके अलावा बाकी सभी किताबें भी एक से अधिक रंगों में छपी हुईं है। पांच वर्गो में बांटी जाएंगी किताबें कक्षा एक से आठ तक की सभी किताबें पांच वर्गो क, ख, ग, घ व ड. में बांटी जाएगी। वर्ग क में कक्षा 1 से 3 तक, ख वर्ग में कक्षा 4 व 5 वर्ग ग में कक्षा 6 वर्ग घ में कक्षा 7 और वर्ग ड. में कक्षा 8 की किताबें ¨हदी और उर्दू माध्यम में होंगी। पर्यावरण और स्काउट गाइड शिक्षा कक्षा छह से आठ के लिए होंगी। इस बार किताब के प्रत्येक पाठ के शुरू होने से पहले ही बार कोड दिया गया है। जिसे मोबाइल में सॉफ्टवेयर लोड करके बार कोड को स्कैन करके सम्बंधित किताब के बारे में जानकारी तो मिलेगी है, पाठ पर लगे बार कोड को स्कैन करके पाठ से सम्बंधित जानकारी मोबाइल में आ जायेगी। इस प्रकार के प्रयोग से आने वाले समय में बच्चों पर पड़ने वाला बैग का बोझ कम किया जा सकता है। अभिभावक व शिक्षक आसानी से कही भी शिक्षण कार्य से पहले अपनी तैयारी कर सकते हैं।

सीमा पांडेय

खंड शिक्षा अधिकारी

विकास खंड- नौगढ़

chat bot
आपका साथी