एक पहचान पर सवार तीन नाम

By Edited By: Publish:Sun, 21 Sep 2014 09:31 PM (IST) Updated:Sun, 21 Sep 2014 09:31 PM (IST)
एक पहचान पर सवार तीन नाम

सिद्धार्थनगर : 'कोई नौगढ़ बुलाता है, कोई तेतरी समझता है, मुझे यह वक्त सिद्धार्थ की नगरी समझता है, मैं कल इक गांव था, गोबरहवा से पहचान थी मेरी, यहां अब क्या है जो कोई मुझे शहरी समझता है।' वरिष्ठ रचनाकार नियाज कपिलवस्तुवी की लाइनें बहुत कुछ कहती हैं। बुद्ध की यह नगरी सिर्फ विकास की नहीं, बल्कि नाम की भी मारी है और इस झाम में उलझकर नागरिक त्रस्त हो जाते हैं। विकास तो दूर, ढाई दशक में शासन-प्रशासन नाम के झाम से निजात नहीं दिला सका है।

बुद्ध की धरा को लेकर जनता भ्रमित भले हो, मगर जापान, थाईलैंड, श्रीलंका, चीन जैसे देशों में इस माटी का नाम बड़े श्रद्धा के साथ लिया जाता है। तथागत के अनुयायी यहां आते भी हैं, मगर दर्शन से पूर्व उन्हें परिक्रमा करनी पड़ती है। सिद्धार्थनगर, नौगढ़, तेतरी के नाम पर वह भटकते रहते हैं। गुरुवार की ही बात है। फिरोजाबाद से एक व्यक्ति सिद्धार्थनगर में काउंसलिंग के लिए आ रहा था। वह बांसी पहुंचा था और सिद्धार्थनगर जाने वाली बस में बैठ चुका था। बस वाले से पूछा तो पता चला कि यह नौगढ़ जाएगी, वह तत्काल उतर पड़ा। सरकारी के बजाय वह प्राइवेट साधन से जिला मुख्यालय पर पहुंचा। ऐसे ही कुछ दिन पूर्व एक व्यक्ति सिद्धार्थनगर के चक्कर में गोरखपुर से बढ़नी तक घूम आया, मगर उसे सिद्धार्थनगर नहीं मिला। ऐसे ही नौगढ़ की तलाश में कभी-कभी लोग पुराने नौगढ़ पहुंच जाते है। क्योंकि लोकल में मुख्यालय तेतरी है, मगर अब यह रिकार्ड से ओझल। बावजूद इसके चलन में यही है। दरअसल यह कस्बा तीन नामों के झाम में उलझा है। तेतरी थाना अब सिद्धार्थनगर हो चुका है। स्टेशन नौगढ़ के नाम से है। पीएचसी समेत तमाम सरकारी भवन नौगढ़ के नाम से हैं। नगरपालिका भवन सिद्धार्थनगर के नाम से है। इससे सर्वाधिक दिक्कत में बाहर से आने वाले सैलानी पड़ते हैं। वह लोकल भाषा से भी अनभिज्ञ होते हैं। दो दशक पूर्व सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक व मंत्री रहे स्व. धनराज यादव ने नौगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए भारत सरकार से पत्राचार भी किया था, पर कोई सफलता नहीं मिल सकी। भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि इस दिशा में नए सिरे से सकारात्मक प्रयास करेंगे। सदर विधायक विजय पासवान का कहना है कि प्रदेश सरकार के स्तर से होने वाली कार्रवाई में मुख्यमंत्री से मिलकर अनुरोध करेंगे।

chat bot
आपका साथी