शासकीय कर्तव्यों का करें निर्वहन, संवैधानिक मर्यादा का करें पालन

गुरुवार को दीवानी न्यायालय परिसर कलेक्ट्रेट सभागार व स्कूल-कॉलेजों में ली शपथ।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 10:31 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 10:31 PM (IST)
शासकीय कर्तव्यों का करें निर्वहन, संवैधानिक मर्यादा का करें पालन
शासकीय कर्तव्यों का करें निर्वहन, संवैधानिक मर्यादा का करें पालन

जागरण टीम, श्रावस्ती : गुरुवार को दीवानी न्यायालय परिसर, कलेक्ट्रेट सभागार व स्कूल-कॉलेजों में संविधान दिवस मनाया गया। इस दौरान न्यायिक, प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों ने शासकीय कर्तव्यों के निर्वहन व संवैधानिक मर्यादा के पालन की शपथ ली।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में दीवानी न्यायालय परिसर में संविधान दिवस मनाया गया। इसकी अध्यक्षता प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला जज साकेत बिहारी दीपक ने की। संविधान की प्रस्तावना का पाठन किया गया। इस दौरान मौजूद न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों, अधिवक्ताओं व पुलिस कर्मियों को शपथ दिलाई गई व गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। जनपद न्यायाधीश ने कहा कि सभी न्यायिक अधिकारी व कर्मचारी शासकीय कर्तव्यों का निर्वहन के दौरान संवैधानिक मर्यादा का पालन करेंगे। अपने अंदर वैज्ञानिक ²ष्टिकोण, मानवतावाद, ज्ञानार्जन व सुधार की भावना का विकास करेंगे। प्राधिकरण के सचिव जयहिद कुमार सिंह ने कहा कि आज ही के दिन भारतीय संविधान के कतिपय उपबंधों को लागू किया गया था। शेष उपबंधों को 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय कृपा शंकर शर्मा, स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष श्यामलाल कोरी, अपर जिला जज राकेश कुमार सिंह, एडीजे परमेश्वर प्रसाद, सीजेएम शीतला प्रसाद, सिविल जज प्रभात सिंह, जेएम प्रफुल्ल उपाध्याय, अपर सिविल जज शुभम द्विवेदी, सिविल जज असगर अली के अलावा नरेंद्र विक्रम सिंह, राम चरित्र मिश्र, सुधीर श्रीवास्तव व अन्य मौजूद रहे। जन शिक्षण संस्थान भिनगा में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही युवतियों को संस्थान के निदेशक पटमेश श्रीवास्तव ने शपथ दिलाई। इस दौरान संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव संबोधन भी दिखाया गया। कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम टीके शिबु ने अधिकारियों व कर्मचारियों को हम भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी, पंथ निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने व उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म, उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा व अवसर की समता प्राप्त कराने आदि की शपथ दिलाई। एडीएम योगानंद पांडेय, एडीएम आरपी चौधरी, आइजी स्टांप पीएन सिंह मौजूद रहे। स्वर्गीय श्यामता प्रसाद चौधरी महिला पीजी कॉलेज में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसकी मुख्य अतिथि सचिव डॉ. नीलम वर्मा रहीं। उन्होंने कहा कि देश में संविधान सर्वोपरि होता है। देश व समाज के सुचारु संचालन के लिए संविधान की रक्षा हर देशवासी का कर्तव्य होना चाहिए। प्राचार्य डॉ. सिम्मी तिवारी ने कहा इधर कुछ वर्षों में संविधान की रक्षा के नाम पर गैर संवैधानिक कृत्यों व गैर जिम्मेदाराना वक्तव्य देने की प्रवृत्ति बढ़ गई है। देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए इस प्रवृत्ति पर सख्ती से रोक लगनी चाहिए। गोष्ठी के उपरांत छात्राओं व शिक्षकों ने भारतीय संविधान की रक्षा का संकल्प लिया। पीजी कॉलेज में जन, जंगल, जमीन और जानवर के मध्य संबंध विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन मानवाधिकार एसोसिएशन श्रावस्ती की ओर से संविधान दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर महिला एवं बाल मानवाधिकार संरक्षण जागरूकता मिशन शुरू किया गया। कार्यक्रम में अध्यक्ष रामजी मिश्र, श्रवण कुमार द्विवेदी, केडी सिंह मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी