अवैध शराब का विरोध करने पर झेला मुकदमा

संवाद सूत्र, पुरकाजी : जहरीली शराब का विरोध करने पर मुकदमें की मार झेल रही महिलाओ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Feb 2019 10:28 PM (IST) Updated:Sun, 10 Feb 2019 10:28 PM (IST)
अवैध शराब का विरोध करने पर झेला मुकदमा
अवैध शराब का विरोध करने पर झेला मुकदमा

संवाद सूत्र, पुरकाजी : जहरीली शराब का विरोध करने पर मुकदमें की मार झेल रही महिलाओं का कहना है कि लाख कोशिशों के बाद भी बिक्री बंद नहीं होती। पुलिस दबिश के तुरंत बाद जहर की बिक्री शुरू हो जाती है। हालात इतने विकट हैं कि घर से दुकान पर सामान लेने जाने वाले नाबालिग बच्चे नशे में धुत होकर घर लौटते हैं।

हरिनगर गांव लक्सर मार्ग पर स्थित है। अनुसूचित बाहुल्य गांव में शराब का धंधा वर्षो से चल रहा है। लोगों की शिकायत है कि गांव में पन्नियों में पैक अवैध शराब दस से 50 रुपये में बिक रही है। महिला संगठन की कार्यकर्ताओं को गांव की महिलाओं ने बताया कि तीन माह के भीतर वह कई बार थाने जाकर जहरीली शराब की शिकायत कर चुकी हैं। गांव की कुछ महिलाएं खुलेआम शराब बेचती हैं। हालात इस कदर खराब हैं कि घर के बच्चों को दुकान पर सामान लेने भेजते हैं तो वह वापसी में शराब के नशे में धुत होकर आते हैं। पड़ोसी जनपद व राज्य में मौतों के बाद सजग हुई पुलिस दबिश तो दे रही है, लेकिन पुलिस पार्टी के लौटते ही शराब की बिक्री दोबारा शुरू हो जाती है। फर्क सिर्फ इतना है कि पहले गांव में बिक रही थी, अब जंगल में ठीए लगाकर बेची जा रही है। बताया कि गत पांच जनवरी को पुलिस ने गांव में दबिश दी थी। शराब बेचने वाली महिला की पुत्रवधू ने दीवार में सिर मारकर खुद को घायल कर लिया। शिकायत करने वाली महिलाओं के नाम लगा दिया। पुलिस ने बिना जांच किए ही एक नाबालिग, तीन महिलाओं व दो पुरुषों सहित आधा दर्जन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर दी थी। इस दौरान रानी, बेबी, ममता, शशी देवी, सरोजनी देवी, फरीदा, मोनिका, विमला, रजत, टीटू आदि मौजूद रहे। पुलिस लेती है तस्करों का पक्ष

महिलाओं ने बताया कि हलके का दारोगा खुलकर तस्करों का पक्ष लेता है। महिला संगठन अस्तित्व से आई रानी सलमानी व रेशमा ने बताया कि मामले में पुलिस ने फैसला कराने की बात कही थी, जिससे बाद में दारोगा मुकर गया। इन्होंने कहा..

क्षेत्र में शराब तस्करों के हौसले पूरी तरह से बुलंद हैं। गांव में ही शराब बेचने को लेकर विवाद हुआ था। किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। शराब बिक्री का विरोध करने वाली महिलाओं पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी।

- नेपाल ¨सह, प्रधान, हरिनगर। शराब का विरोध करने पर दो पक्षों में मारपीट हुई थी। जिसमें कई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। मामले की विवेचना चल रही है, निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी निर्दोष को जेल नहीं भेजा जाएगा।

- अमरदीप लाल, प्रभारी निरीक्षक पुरकाजी। नामजद महिलाओं ने पुलिस मित्रता का काम किया था। शराब का विरोध कर रही थी, उल्टे पुलिस ने इन पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया था। ये बात सरासर गलत है। पुलिस को मुकदमा खत्म कर महिलाओं को राहत देनी चाहिए।

- रेहाना अदीब, डायरेक्टर, अस्तित्व महिला संगठन।

chat bot
आपका साथी