पूर्व विधायक राजेश्वर को अब रालोद के राष्ट्रीय सचिव की बागडोर

जिले की सियासत में अपनी मजबूत दखल रखने वाले पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह ने पार्टी में उनको इस पद पर मनोनीत किया है। राजेश्वर का कद बढ़ने से उनके समर्थकों में खासा उत्साह है वहीं रालोद को भी शहर के वैश्य व जाट मतों में मजबूती मिलने की उम्मीद है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Jan 2020 11:24 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jan 2020 06:03 AM (IST)
पूर्व विधायक राजेश्वर को अब रालोद के राष्ट्रीय सचिव की बागडोर
पूर्व विधायक राजेश्वर को अब रालोद के राष्ट्रीय सचिव की बागडोर

जेएनएन, शामली : जिले की सियासत में अपनी मजबूत दखल रखने वाले पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह ने पार्टी में उनको इस पद पर मनोनीत किया है। राजेश्वर का कद बढ़ने से उनके समर्थकों में खासा उत्साह है, वहीं रालोद को भी शहर के वैश्य व जाट मतों में मजबूती मिलने की उम्मीद है।

शामली के पूर्व चेयरमैन और विधायक रहे राजेश्वर बंसल को रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह ने राष्ट्रीय लोकदल का राष्ट्रीय सचिव मनोनीत किया है। राजेश्वर जनपद शामली के कद्दावर नेता माने जाते हैं। वह शामली के तीन मर्तबा चेयरमैन रह चुके हैं। वर्तमान में उनकी पत्नी अंजना बंसल चेयरमैन हैं। बंसल शामली में वैश्य समाज के साथ ही जाटों में भी खासे लोकप्रिय हैं। यही वजह है कि रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह के भी वे काफी नजदीकी माने जाते हैं। पूर्व चेयरमैन राजेश्वर बंसल के आवास पर रालोद प्रमुख व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी आते रहे हैं। पूर्व में विधानसभा चुनाव-2017 व लोकसभा चुनाव-2019 के लिए राजेश्वर बंसल का नाम टिकट के लिए खासी चर्चाओं में रह चुका है। बसंल पहले कैराना विधानसभा सीट से एक बार विधायक भी रह चुके हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि बंसल के रालोद में अहम पद पर नवाजने से वैश्य मतों में आगामी चुनावों में सेंधमारी होने की प्रबल संभावना है, क्योंकि शहर समेत जिले में भी वैश्य काफी संख्या में निवास करते हैं। वहीं बंसल की वैश्य समाज के साथ जाट व अन्य बिरादरियों में भी खासी पकड़ मानी जाती है।

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