पटाखा निर्माण के 31 लाइसेंस, हर कदम मानकों की अनदेखी

- कांधला में पटाखा फैक्ट्री ने लील की पांच की जिदगी - तंगगलियों में चोरी छिपे बनता रहा है मौत का सामान जागरण संवाददाता शामली जिले के कांधला में पटाखा कारोबार से जुड़े पांच लोगों की मौत ने पूरे जनपद को झकझोर कर रख दिया है लेकिन नियम-कायदों की आड़ में नियमों की अनदेखी किसी से छिपी नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 31 Jan 2020 10:31 PM (IST) Updated:Sat, 01 Feb 2020 06:08 AM (IST)
पटाखा निर्माण के 31 लाइसेंस, हर कदम मानकों की अनदेखी
पटाखा निर्माण के 31 लाइसेंस, हर कदम मानकों की अनदेखी

शामली, जेएनएन। जिले के कांधला में पटाखा कारोबार से जुड़े पांच लोगों की मौत ने पूरे जनपद को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन नियम-कायदों की आड़ में नियमों की अनदेखी किसी से छिपी नहीं है। भले ही जिले के सरकारी दस्तावेजों में 31 लाइसेंस दर्ज हो, लेकिन चोरी छिपे तंगगलियों मुहल्लों में बन रहे मौत के सामान पर अफसरों की निगाहें नहीं है। वहीं लाइसेंसधारक फैक्ट्रियों में भी नियमों की अनदेखी आम है।

जिले का कांधला, थानाभवन व गढ़ीपुख्ता में पटाखा फैक्ट्रियों में पटाखा बनाने का कारोबार किया जाता है। इनमें से सबसे ज्यादा फैक्ट्रियां थानाभवन व कांधला में चल रही है। जिलेभर के आंकड़े पर गौर करें प्रशासन के मुताबिक, जनपद के विभिन्न स्थानों पर 31 लाइसेंसशुदा फैक्ट्रियां कार्यरत है। लेकिन ये काम इससे भी अलग दर्जनों स्थानों पर चल रहा है। इसमें ़बड़ी वजह यह भी है कि लाइसेंस के मानकों और नियम शर्तों की भी जांच पड़ताल नहीं होती। पहले भी इस तरह के हादसे हो चुके हैं, लेकिन कोई सबक नहीं लेता। विस्फोट के बाद थानाभवन में बीते साल में पुलिस ने जब सर्च अभियान चलाया था तो एक के बाद एक घरों से पटाखा बनाने की सामग्री मिलनी शुरू हो गई थी। भारी मात्रा से घरों से विस्फोटक बरामद हुए। कुछ दिनों तो सख्ती रही, लेकिन समय बीता और फिर से वहीं व्यवस्था पुराने ढर्रे पर लौट चुकी थी। फैक्ट्रियों पर निगरानी न रखने से भी हादसे बढ़ते रहे है।

तंगगलियों की आतिशबाजी जान की दुश्मन

जिले में पटाखा बनाने के लाइसेंस लोगों पर हैं। इनमें कांधला, गढ़ीपुख्ता समेत अनेक जगह पर हैं, लेकिन पटाखे बनाने का काम इनसे भी अनेकों जगहों पर हो रहा है। ये लोग लाइसेंस किसी ओर जगह का लेते हैं, लेकिन पटाखे घरों में भी बनाते रहे है। ऐसी तंग गलियों में ये काम होता है जहां भीषण अग्निकांड होने के बाद फायरब्रिगेड की गाड़ियां भी आसानी से नहीं जा सकती।

इन्होंने कहा--

जिले में पटाखा फैक्ट्रियों के कुल 31 लाइसेंस जारी किए गए है। प्रत्येक को नियम-कायदों को पूरा करने के बाद ही लाइसेंस जारी किया जाता है। संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए गए है कि किसी भी सूरत में नियमों का उल्लंघन न होने पाए। ऐसा करने वालों पर कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

- अखिलेश सिंह, डीएम शामली

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