फर्जीवाड़े से बचने के लिए बंडा में दो जवानों ने बनवा लिए मकान

फर्जीवाड़े से बचने के लिए बंडा में दो जवानों ने बनवा लिए मकान

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Aug 2022 12:01 AM (IST) Updated:Mon, 08 Aug 2022 12:01 AM (IST)
फर्जीवाड़े से बचने के लिए बंडा में दो जवानों ने बनवा लिए मकान
फर्जीवाड़े से बचने के लिए बंडा में दो जवानों ने बनवा लिए मकान

फर्जीवाड़े से बचने के लिए बंडा में दो जवानों ने बनवा लिए मकान

जेएनएन, शाहजहांपुर : फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर सेना में नौकरी पाने वाले दो जवानों ने बंडा में अपने मकान भी बनवा लिए हैं। सेना के अधिकारियों के कहने पर दोबारा हुई पुलिस सत्यापन रिपोर्ट में हकीकत सामने आई हैं। यह दोनों जवान बुलंदशहर व मेरठ के रहने वाले हैं। जिले में 10 नवंबर 2020 को शाहजहांपुर एसओजी व मिलिट्री इंटेलीजेंस ने सेना में फर्जी प्रमाण पत्रों से हुई भर्ती का राजफाश किया था। जिसमे मेरठ, बुलंदशहर समेत कई जिलों के लोगों ने खुद को बंडा क्षेत्र का निवासी दर्शाते हुए फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवा लिया था। इसके बाद बंडा थाने में तैनात रहे सिपाही मानवीर सिंह व मूलचंद्र से साठगांठ कर कागजात भी सत्यापन करा लिए थे। पुलिस ने इन दोनों सिपाहियों के अलावा सरगना गाजियाबाद के भोजपुर क्षेत्र निवासी सेना के रिटायर्ड हवलदार सुरेश सोम उर्फ सोनू समेत कई आरोपितों को जेल भेजने के बाद फर्रुखाबाद जिले के फतेहगढ़, बरेली समेत सेना की कई बटालियन में रिपोर्ट भेजी थी। जिसके आधार पर फर्जी प्रमाण पत्रों से नौकरी पाने वाले सभी जवानों को आगे की सेवा के लिए रोक दिया था। सेना के अधिकारियों ने बीते दिनों एसपी एस आनंद से खुद मुलाकात कर इस प्रकरण के संबंध में वार्ता की थी। दोबारा पुलिस सत्यापन रिपोर्ट सेना के अधिकारियों ने जब मांगी तो पता चला कि मेरठ व बुलंदशहर के जवान जो सेना में भर्ती हो चुके है उन्होंने बंडा कस्बे में मकान कुछ माह पहले ही बनवा लिए ताकि खुद को बंडा का ही निवासी दर्शा सके। पुलिस को जब इस बात की जानकारी हुई तो इस तथ्य को शामिल करते हुए सेना के अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट भेजी। एसपी एस आनंद ने बताया कि मकान बनवाने के बारे में जानकारी हुई हैं। सेना में भर्ती हो चुके जवानों पर उनके अधिकारी ही आगे की कार्रवाई करेंगे।

chat bot
आपका साथी