साइकिल यात्रा कर शिक्षा की अलख जगा रहे आदित्य

संतकबीर नगर: पढ़ो-पढ़ाओ देश को साक्षर बनाओ, लड़का हो या लड़की सबको बेहतर शिक्षा जरूरी, इस प्रकार के न

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jun 2018 11:05 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jun 2018 11:05 PM (IST)
साइकिल यात्रा कर शिक्षा की अलख जगा रहे आदित्य
साइकिल यात्रा कर शिक्षा की अलख जगा रहे आदित्य

संतकबीर नगर: पढ़ो-पढ़ाओ देश को साक्षर बनाओ, लड़का हो या लड़की सबको बेहतर शिक्षा जरूरी, इस प्रकार के नारे लिखे होर्डिंग साइकिल पर लगाकर शिक्षा की अलख जगाने के लिए निकल पड़े हैं आदित्य। वह लगातार तीन वर्ष से अधिक समय से घर छोड़कर साइकिल यात्रा करके लोगों को अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इस क्रम में रविवार को खलीलाबाद कस्बे से होकर वह बस्ती के लिए निकले।

फर्रूखाबाद जिले के मोहम्मदाबाद ब्लाक के ग्राम सलेमपुर निवासी मजदूर परिवार के आदित्य पुत्र भूपनरायन ने बताया कि अपने पिता से उन्हें लोगों को जागरूक करने की प्रेरणा मिली। वह बार-बार कहा करते थे कि अशिक्षा के कारण जीवन के हर मोड़ पर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस क्रम में उन्होंने शिक्षा की धारा से हर बच्चे को जोड़ने के लिए सरकारी मुहिम का सहयोगी बनने की ठानकर 12 जनवरी 2015 को लखनऊ के जिलाधिकारी कार्यालय के सामने से साइकिल यात्रा आरंभ की। आदित्य ने बताया कि अब तक वह दिल्ली, उत्तराखंड, हिमांचल प्रदेश, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर,तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, केरल, पश्चिम बंगाल आदि प्रदेशों की यात्रा पूरी कर चुके हैं। शेष भारत की यात्रा पूरी करने के बाद वह प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे।

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मिल चुके हैं कई पुरस्कार

आदित्य ने बताया कि उनका नाम लिम्का बुक आफ व‌र्ल्ड रिकार्ड, गोल्डेन बुक आफ अमेरिका के साथ ही अनेक में दर्ज हो चुका है। पूर्व में प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक द्वारा उन्हें पुरस्कृत किया गया था। गूगल ने भी उन्हें देश का उम्दा शिक्षक होने का खिताब दिया गया है। उन्होंने बताया कि हर परिवार में शिक्षा का प्रसार हो इसके लिए वह सतत प्रयास जारी रखेंगे।

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