एफसीआइ को भेज दिया गया 85 फीसद गेहूं

जिले की तीन एजेंसियों ने समर्थन मूल्य योजना के तहत पंजीकृत किसानों से खरीदे गए

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 May 2020 07:54 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 10:29 PM (IST)
एफसीआइ को भेज दिया गया 85 फीसद गेहूं
एफसीआइ को भेज दिया गया 85 फीसद गेहूं

संत कबीरनगर : जिले की तीन एजेंसियों ने समर्थन मूल्य योजना के तहत पंजीकृत किसानों से खरीदे गए 85 फीसद गेहूं भारतीय खाद्य निगम(एफसीआइ)को भेज दिया है। शेष 15 फीसद गेहूं को भी जल्द भेजने की तैयारी चल रही है। कई केंद्र प्रभारियों ने कहा कि उन्होंने खरीदे गए गेहूं को अपने केंद्र के गोदाम में सुरक्षित रखा हुआ है। इसलिए 27 मई यानी बुधवार की रात आई आंधी व बारिश से कोई क्षति नहीं हुई।

बखिरा प्रतिनिधि के अनुसार पीसीएफ के तिलाठी केंद्र पर बाहर गेहूं नहीं है। यहां के केंद्र प्रभारी वीरेंद्र यादव ने कहा कि किसानों से खरीदे जाने वाले गेहूं की डिलीवरी भारतीय खाद्य निगम(एफसीआइ)को की जा रही है। शेष बचे गेहूं को गोदाम में रखा गया है। इसलिए आंधी व बारिश का कोई असर नहीं पड़ा। यही बात पीसीएफ भगवानपुर के हरिराम यादव व सिहटीकर के केंद्र प्रभारी कृष्ण प्रताप सिंह ने कहीं। खाद्य विभाग(मार्केटिग)के जसवल भरवलिया स्थित केंद्र के प्रभारी अनिल आर्या ने कहा कि किसानों से खरीदा गया गेहूं नष्ट न होने पाए। इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सेमरियावां प्रतिनिधि के अनुसार बुधवार की रात अचानक आई आंधी व बारिश से दिक्कत बढ़ गई। सेमरियावां ब्लाक के मार्केटिग के टेमारहमत स्थित केंद्र पर गोदाम में गेहूं रखे जाने की वजह से कोई क्षति नहीं हुई है।

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किस एजेंसी के पास कितना पड़ा है गेहूं ?

एजेंसी : खरीदे गेहूं : एफसीआइ को भेजे : भेजना बाकी

खाद्य विभाग : 2725.30 : 2184.50 : 540.800

पीसीएफ : 11673.82 : 10020.75 :1653.068

यूपी एग्रो : 143.55 : 115.00 : 28.550

योग : 14542.67 : 12320.25 :2www.42

नोट: खरीदे गेहूं, एफसीआइ को भेजे व भेजना बाकी की मात्रा मीट्रिक टन(एमटी)में है।

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किसानों से खरीदे जाने वाले गेहूं की जब तक एफसीआइ को भेज दिया नहीं जाता तब तक उसे गोदाम में सुरक्षित रखने को कहा गया है। इस आशय का निर्देश सभी केंद्र प्रभारियों को दे-दिया गया है। फिलहाल बुधवार की रात आई आंधी व बारिश से कहीं गेहूं के भीगकर नष्ट होने की सूचना नहीं मिली है।

रामानंद जायसवाल-डिप्टी आरएमओ

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