मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए

में उर्स-ए-बुजुरंगा का आयोजन किया गया। सम्भल के उलेमा के साथ ही अमेरिका और ब्रिटेन से आए उलेमाओं ने हिस्सा लिया। इस महफिल में आला हजरत अहमद रजा खां बरेलबी की इल्मी हैसियत पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारंभ कुरान-ए-पाक से किया गया। इसमें नात-ए-पाक भी सुनाई गई। अमेरिका से आएं सय्यद मोहम्मद यजदानी मियां ने कहा कि अशरफी और रिजवी साथ मिलकर रहें और आपसी भाईचारा बनाए रखे। जिससे एक दूसरे को मजबूती मिल सके। कोलकाता से आए मौलाना जुबैर आलम खातीब ने कहा कि अल्लाह के रसूल हजरत मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। कार्यक्रम में पूर्व सांसद डॉ. शफीकउर्रहमान बर्क, जियां उर्ररहमान बर्क, सय्यद गुलाम जिलानी, मोहम्मद कलीम अशरफ, शाहिद मियां, मुफ्ती सुल्तान रजा मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद इरफान मियां ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 12:39 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 12:39 AM (IST)
मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए
मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए

सम्भल: नगर के जिलानी अरेबिक कालेज में उर्स-ए-बुजुरंगा का आयोजन किया गया। सम्भल के उलेमा के साथ ही अमेरिका और ब्रिटेन से आए उलेमाओं ने हिस्सा लिया। इस महफिल में आला हजरत अहमद रजा खां बरेलबी की इल्मी हैसियत पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारंभ कुरान-ए-पाक से किया गया। इसमें नात-ए-पाक भी सुनाई गई।

अमेरिका से आएं सय्यद मोहम्मद यजदानी मियां ने कहा कि मिलकर रहें और आपसी भाईचारा बनाए रखें जिससे एक दूसरे को मजबूती मिल सके। कोलकाता से आए मौलाना जुबैर आलम खातीब ने कहा कि अल्लाह के रसूल हजरत मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। कार्यक्रम में पूर्व सांसद डॉ. शफीकउर्रहमान बर्क, जियां उर्ररहमान बर्क, सय्यद गुलाम जिलानी, मोहम्मद कलीम अशरफ, शाहिद मियां, मुफ्ती सुल्तान रजा मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद इरफान मियां ने किया।

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