गुर्जर सम्मेलन : आयोग और सेना में गुर्जर रेजीमेंट बनाने की मांग उठाई

अखिल भारतीय गुर्जर महासम्मेलन में गुर्जर आयोग और भारतीय सेना में गुर्जर रेजीमेंट बनाए जाने की मांग जोरशोर से उठाई गई।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sun, 16 Dec 2018 09:14 PM (IST) Updated:Sun, 16 Dec 2018 10:20 PM (IST)
गुर्जर सम्मेलन : आयोग और सेना में गुर्जर रेजीमेंट बनाने की मांग उठाई
गुर्जर सम्मेलन : आयोग और सेना में गुर्जर रेजीमेंट बनाने की मांग उठाई

जेएनएन, सहारनपुर। अखिल भारतीय गुर्जर महासम्मेलन में गुर्जर आयोग और भारतीय सेना में गुर्जर रेजीमेंट बनाए जाने की मांग जोरशोर से उठाई गई। खचाखच भरे मैदान में गुर्जर समाज के लोगों ने एक स्वर में एकता की हुंकार भरी और राजनीति में अपना दखल बढ़ाने के लिए सामाजिक एकता को मूल मंत्र बताया। रविवार को गांधी पार्क मैदान में आयोजित अखिल भारतीय गुर्जर महासम्मेलन में हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान, जम्मू कश्मीर और मध्य प्रदेश तक के गुर्जर पहुंचे। मुख्य अतिथि हरियाणा के पूर्व विधायक चौधरी धर्म सिंह छोकर ने कहा कि देश में 10.2 प्रतिशत गुर्जर हैं।

मुस्लिम गुर्जर एक हो तो राज करेंगे

पश्चिमी उत्तर प्रदेश गुर्जरों का गढ़ है। इतनी बड़ी संख्या में होने के बावजूद राज कोई और करता है। यदि हिंदू और मुस्लिम गुर्जर एक हो जाएं तो हम देश पर राज करेंगे। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि सेना में गुर्जर रेजीमेंट का गठन किया जाए। गुर्जर नेता व महापुरुषों के नाम पर विश्वविद्यालय स्थापित किए जाएं। गुर्जर समाज के व्यक्तियों के नाम पर चौक के नाम रखे जाएं। कार्यक्रम में छोकर को गुर्जर समाज की ओर से पगड़ी बांधी गई। सम्मेलन के आयोजक मुकेश चौधरी ने कहा कि सामाजिक संगठन व एकता के बिना राजनीतिक ताकत नहीं मिल सकती। अध्यक्षता कर रहे योग गुरु स्वामी कर्मवीर ने कहा कि इस तरह के आयोजन हर तीसरे माह कहीं न कहीं होते रहने चाहिए। सपा नेता अतुल प्रधान ने कहा कि सत्ता में भागीदारी के लिए संघर्ष जरूरी है। हमारा समाज आज भी बहुत पीछे है। राजस्थान से आए रिटायर्ड कर्नल देवानंद ङ्क्षसह ने कहा कि आज भी गुर्जरों के साथ न्याय नहीं हो रहा है। कौम के नेता गुर्जर समाज के मंच का निर्धारण करें। वन गुर्जर आज भी वंचित हैं। 

पूर्व सांसद नलवा ने लक्ष्मण की जाति गुर्जर बताई

योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान को दलित बताए जाने के बाद मचा सियासी भूचाल अभी थमा भी नहीं है कि अब हरियाणा के वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद हरि सिंह नलवा ने रामायण के पात्र लक्ष्मण की जाति गुर्जर बताकर इस सिलसिले को नई हवा दे दी है। नलवा का यह बयान सियासी हलके में चर्चा का सबब बना है। रविवार को सहारनपुर में आयोजित अखिल भारतीय गुर्जर महासम्मेलन में हरी सिंह नलवा गुर्जर समाज का इतिहास बता रहे थे। इसी दौरान उन्होंने बताया कि गुर्जर समाज लक्ष्मण की संतान हैं। गुर्जरों को अपना गौरवशाली इतिहास याद रखना चाहिए जो समाज अपना इतिहास भूल जाता है उसका कभी कल्याण नहीं होता। उन्होंने गुर्जर शब्द का संधि विच्छेद करते हुए कहा कि गुर्जर शब्द का अर्थ दुश्मन को खत्म करने वाला है। गुर्जरों ने सैकड़ों वर्ष तक इस देश पर राज किया है। उन्होंने मुगलों और अंग्रेजों का डटकर मुकाबला किया। 

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